गौरीचक बाजार में भीषण अग्निकांड
दो दुकानें जलकर राख, लाखों का नुकसान
फुलवारी शरीफ से अजीत यादव कि रिपोर्ट
फुलवारी शरीफ । गौरीचक बाजार में देर रात एक भीषण अग्निकांड में दो दुकानें जलकर पूरी तरह खाक हो गईं. घटना में कोई जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन दुकानों में रखा सारा सामान राख में तब्दील हो गया। स्थानीय लोगों और पीड़ितों के अनुसार यह आगबुधवार की अहले सुबह लगभग 3:30 बजे लगी थी। आग की चपेट में आई पहली दुकान बिरजू शर्मा की है, जो पिछले 45 वर्षों से गौरीचक बाजार में अपनी दुकान चला रहे है।

वे मूल रूप से अल्लाह बक्शपुर के निवासी हैं. दूसरी दुकान रामदास, फतुहा जेठूली निवासी की है, जो किराए के मकान में गौरीचक बाजार में रहते हैं और भोजनालय का संचालन करते हैं. रामदास ने बताया कि भोजनालय के साथ-साथ राशन की दुकान भी एक साथ चलते थे लाखों के सामान जलकर राख हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी तेज थी कि देखते ही देखते दोनों दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया. आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल और स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।

कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. लेकिन तब तक दोनों दुकानों का सारा सामान जल चुका था। बिरजू शर्मा ने बताया कि उन्हें तड़के लगभग 3:30 बजे सूचना मिली कि उनकी दुकान में आग लगी है. जब वे मौके पर पहुंचे तो देखा कि दुकान पूरी तरह जल चुकी है और दमकल कर्मी आग बुझाने में लगे थे. उनका कहना है कि यह आग किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा लगाई गई है और उन्होंने इस संबंध में पुलिस को सूचना दी है.बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय समाजसेवी संजीव शरद गुड्डू सिंह मौके पर पहुंचे और पीड़ितों को ढाढ़स बंधाया. उन्होंने प्रशासन से मांग की कि दोनों पीड़ित दुकानदारों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाए. उन्होंने मौके से हीं अधिकारियों से बात कर जल्द से जल्द राहत राशि मुहैया कराने का आग्रह भी किया. उन्होंने सरकार से ऐसी आपदा पीड़ित के लिए तय राहत मुआवजा राशि को बढ़ाने की मांग भी की. फिलहाल प्रति व्यक्ति 9800 मुआवजा देने का प्रावधान है। थाना अध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है, लेकिन साजिश से भी इनकार नहीं किया जा सकता. पीड़ितों की ओर से अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।