- नीतीश कुमार और राहुल गांधी की मीटिंग में विपक्षी एकता पर अहम फैसला
- इसी महीने होगी बड़ी बैठक,नीतीश और खरगे करेंगे विपक्षी दलों से बात
- संविधान सुरक्षित रखेंगे और लोकतंत्र बचाएंगे
नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिले। यह मुलाकात कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर हुई। मुलाकात के बाद नीतीश और राहुल ने मीडिया से बातचीत की। नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी विपक्षी एकता पर बात हुई है। ज्यादा से ज्यादा पार्टियों को एक साथ लाने की कोशिश है। हमारी सकारात्मक बातचीत हुई है। राहुल गांधी ने कहा कि नीतीश जी की पहल बहुत अच्छी है। अपोजिशन को एक करने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। विचारधारा की लड़ाई को लड़ेंगे। देश पर आक्रमण के खिलाफ लड़ेंगे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मल्लिकार्जुन खड़गे, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और कांग्रेस बिहार अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह मौजूद रहे। 2024 आम चुनाव से पहले हो रही इस मुलाकात के बाद कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार यूपीए के संयोजक बनाए जा सकते हैं।
नीतीश तीन दिन के दिल्ली दौरे पर हैं। नीतीश कुमार ने मंगलवार को दिल्ली में ही मीसा भारती के घर पर लालू यादव से भी मुलाकात की थी। नीतीश आज तेजस्वी यादव और राजश्री के घर भी पहुंचे। उन्होंने लालू की पोती कात्यायनी को गोद में लिया।इन नेताओं की मुलाकात देश की राजनीति के लिए अहम मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि आज विपक्षी एकता को लेकर कोई कदम उठाया जा सकता है। नीतीश कुमार पहले से भी विपक्षी एकता के समर्थक रहे हैं। वे पहले भी कांग्रेस को साथ लेकर चलने की बात कहते रहे हैं। कुछ विपक्षी पार्टियां उनके इस प्रस्ताव के खिलाफ हैं। राजद और कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि नीतीश यूपीए के कुनबे को बढ़ा सकते हैं। नीतीश कुमार विपक्षी दलों को कांग्रेस की अगुआई के लिए राजी कर सकते हैं। जहां तक पीएम पद की दावेदारी की बात है,नीतीश पहले ही कह चुके हैं कि वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं और 2024 लोकसभा चुनाव के बाद ही नेता चुना जाएगा।