मजदूर संघ ने निगम पर सफाई के दौरान उपयोग मे आने वाले उपकरणो को उपलब्ध नही किए जाने का लगाया आरोप
फुलवारी शरीफ,अजीत . पटना मे नगर निगम के भूगर्भ नाला मे सफाई करने उतरे दो मजदूरो की जहरीली गैस से दम घुटने से मौत हो गई . घटना रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र का है. इस लोमहर्षक घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. स्थानीय लोगों ने नगर निगम के अधिकारियों और स्थानीय थाना को सूचना दी . मौके पर पहुंचे अधिकारियों और पुलिस की मदद से किसी तरह मजदूरों की लाशें निकाली गई और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. वही मृतक दोनो मजदूर की पहचान होने के बाद परिवार वालो मे कोहराम मच गया . मृतक मजदूर रंजन रविदास 14 वर्ष जोकि नंदलाल छपरा का निवासी बताया गया है, वही दूसरा मृतक मुन्ना रजक 30 वर्ष जोकि पटना के सुल्तानगंज का निवासी है . घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. साथ में काम कर रहे अन्य मजदूरों का यह आरोप है कि यहां काम करा रहे ठेकेदारों के द्वारा मानक नियमों का सही से पालन नहीं किया जा रहा जिसके कारण आए दिन यहां छोटी बड़ी हादसा होती रहती है.इधर मजदूर संघ के लोगों का कहना है कि नगर निगम साफ सफाई में आने वाले सेप्टिक उपकरण को उपलब्ध नही कराया जिसके चलते बगैर सुरक्षा उपकरण के ही मजदूर भूगर्भ नाला मे सफाई के लिए उतरे जिससे उनकी मौत हो गई . इस हादसे के लिए नगर निगम के अधिकारियो को जिम्मेदार ठहराते हुए मृतक के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है.
नमामि गंगे के अधीन कार्यरत दो सफाई मजदूरों की भूगर्भ नाला में जहरीली गैस से दम घुटने से हुई मौत ने पटना नगर निगम के अधिकारियो की उदासीनता उजागर कर दिया . मंगलवार को पटना नगर निगम के वार्ड संख्या 56 टांसपोर्ट नगर पहाड़ी के निकट जकारियापुर पटना में नमामी गंगे के अधीन कार्यरत रंजन रविदास एवं मुन्ना रजक आज लगभग 11 बजे पूर्वाह्न भूगर्भ नाला की सफाई करने नाले की मैन चैंबर में घुसे. मगर जहरीली गैस से भरा नाले की मैन चैंबर मे ही दोनों की मौत हो गई . कंपनी वाले किसी तरह आनन फानन में बाहर दोनो लाश को निकाला . इस घटना की सूचना मिलने पर रामकृष्णा नगर थाना के पदाधिकारी महताब आलम पुलिस कर्मियो के साथ पहुंचे और आनन फानन में नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल मे पोस्टमार्टम के लिए ले गए. वही इसकी सूचना परिजनो को मिलने के बाद उनके बीच कोहराम मच गया. मृतक के परिजन रोते बिलखते पहुंचे और इसके लिए नगर निगम और कंपनी के लोगो की लापरवाही बताया .
मृतक के साथ काम करने वाले मजदूरो ने पुलिस को पूछताछ मे बताया नाला 15 फीट गहरा था. नाला के अंदर पहले रंजन रविदास घुसा और जब उसका दम घुटने लगा तब मुन्ना रजक उसको बचाने के लिए अंदर घुसा था और उसका भी दम घुटने लगा. कुछ ही देर बाद दोनो की गतिविधि बंद हो गई तब बाहर खड़े उसके अन्य सहयोगी दो अन्य लोगो को कमर मे रस्सा बांध कर नाला के भीतर भेजा गया. नाला में पानी एवं किचड़ भरा हुआ था. रस्सा बांध कर भीतर घुसे दोनो सहयोगियो ने देखा कि रंजन और मुन्ना की दम घुटने से मौत हो गई है और नाला से गैस की गंध आ रही है. दोनों ने अंदर से शोर मचाया और दोनो को शव बाहर निकाला गया. थानाध्यक्ष जहांगीर आलम ने बताया कि बुडको के तहत नामामि गंगा परियोजना का कार्य चल रहा था. इससे इएमएस कंपनी के द्वारा कार्य कराया जा रहा है. मरने वालो के परिजनो को कंपनी के अधिकारी से बात कर पांच पांच लाख रूपया का मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा. कल मुआवजे का चेक मिल जायेगा.साथ ही कंपनी के अधिकारियों को सफाई कार्य करने के पूर्व सुरक्षा के तमाम मानक के साथ कार्य करने को कहा गया है.
पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी महासंघ के प्रधान महासचिव एवं बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश सचिव नन्द किशोर दास कहा की दोनो सफाई मजदूरों की मृत्यु सुरक्षा उपकरण नही रहने और लापरवाही के कारण हुई है . संघ ने मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी व 10 लाख रुपए सहायता राशि देने की मांग किया है . इधर देर शाम दोनो सफाई मजदूर का अंतिम दाह संस्कार पटना के गुलबी घाट पर किया गया .