बिहार के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में होगी योग की पढ़ाई
- राज्यपाल ने कुलपतियों को लिखा पत्र, एक सप्ताह में किया रिपोर्ट तलब
पटना। बिहार के सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में योगा की पढ़ाई कराने की तैयारी है। पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक नीतीश मिश्रा ने राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात कर योग शिक्षा को पाठ्यक्रम एवं संकाय के रूप में प्रारम्भ करने का आग्रह किया था। उनकी मांग के बाद राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति को पत्र लिखकर एक सप्ताह में रिपोर्ट तलब किया है। सारे कुलपति से योग शिक्षा को कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में शामिल करने और उसका अलग संकाय बनाने के संबंध में प्रतिवेदन मांगा गया है।
राज्यपाल के इस पत्र से विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में योग की पढ़ाई प्रारम्भ होने की उम्मीद लगाई जा रही है। विधायक नीतीश मिश्रा ने 4 अप्रैल को राज्यपाल सह कुलाधिपति से मुलाकात कर विश्वविद्यालय/कॉलेजों में योग शिक्षा को पाठ्यक्रम एवं संकाय के रूप में प्रारम्भ करने का आग्रह किया था। इसके बाद राज्यपाल सचिवालय ने 26 अप्रैल को बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति को पत्र प्रेषित कर योग शिक्षा को पाठ्यक्रम/संकाय के रूप में प्रारम्भ करने हेतु प्रतिवेदन मांगा है।
नीतीश मिश्रा ने बताया कि भारतीय संस्कृति में योग अभ्यास की महत्ता प्राचीन काल से ही रही है।
बिहार की धरती योग की जननी रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी योग को विश्व स्तर पर स्थापित कर रहे हैं। बिहार के युवाओं में योग के प्रति ज्ञान और जागरूकता के उद्देश्य से विश्वविद्यालय/महाविद्यालय में योग शिक्षा प्रारम्भ करने के लिए राज्यपाल से आग्रह किया था। जिसके बाद उन्होंने विश्वविद्यालयों के कुलपति से प्रतिवेदन मांगा है। उन्होंने कहा कि योग शिक्षा के पाठ्यक्रम में सम्मिलित होने से योग के क्षेत्र में बढ़ते रोजगार के अवसरों का लाभ भी बिहार के युवाओं को मिल सकेगा। नीतीश मिश्रा ने कहा कि पूरी दुनिया में योग को लेकर जबर्दस्त जागरूकता फैली है। अमेरिका से लेकर यूरोपीय देशों में योग शिक्षकों की काफी मांग है। इसके पूर्व में भी विधायक नीतीश मिश्रा ने योग शिक्षा को विश्वविद्यालय/ महाविद्यालय के पाठ्यक्रम एवं संकाय के रूप में प्रारम्भ कराने का मुद्दा विधानसभा में भी उठाया था व इसके लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं।