- नगर निगम और पटना स्मार्ट सिटी के बीच बनी सहमति
पटना। पटना नगर निगम और पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट राजधानी में अनावश्यक हो रही बिजली की बर्बादी को रोकने की दिशा में अहम कदम उठाने जा रही है। राजधानी की सडकों पर बेवजह जलती स्ट्रीट लाइटों के लिए विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं। इसको लेकर शहर के सभी हाईमास्ट और स्ट्रीट लाइट्स को अब इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम से नियंत्रित किया जाएगा। इससे बेवजह कहीं भी बत्तियां नहीं जलेंगी। लाइट्स को ऑन-ऑफ करने के लिए सिस्टम को ऑटोमेटिक किया जाएगा।
राजधानी पटना की बत्तियों को ऑटोमेटिक ऑन और ऑफ करने के इस प्रयोग को लेकर नगर निगम और पटना स्मार्ट सिटी के बीच सहमति बन गई है। नगर निगम ने बजट 2023-24 में भी इस प्रोजेक्ट को शामिल कर लिया है और इसपर होने वाले अनुमानित खर्च 10 करोड़ पर भी मुहर लगा दी है। दूसरी ओर, पैनल लगाने के लिए पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की ओर से 3 करोड़ 70 लाख रुपए खर्च किया जाएगा। सबसे पहले इस तकनीक का ट्रायल गंगा पथ पर होगा। दीघा से लेकर गायघाट और दीदारगंज तक करीब 20 किमी के हिस्से में जलने वाले हाईमास्ट और स्ट्रीट लाइट्स को कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए नगर निगम, पटना स्मार्ट सिटी और ऊर्जा विभाग द्वारा संचालित पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के बीच एमओयू हुआ है। जल्द ही इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर जारी होगा। इस नई तकनीक के लिए देशभर की जानी मानी कंपनियों को टेंडर के जरिए आमंत्रित किया जाएगा। इस तकनीक में एक पोल पर एक डिवाइस लगाया जाएगा, जो करीब 8-10 पोल को कनेक्ट कर लेगा। इसी तरह से मुख्य सड़कों के साथ ही सभी फ्लाई ओवर पर लगे स्ट्रीट लाइट और चौक-चौराहों पर लगे हाईमास्ट में भी कंट्रोल पैनल लगाकर इसे कमांड सेंटर से लिंक कर दिया जाएगा। कमांड सेंटर में ही बैठा कर्मचारी एक साथ पूरे शहर के लाइट्स को ऑन और ऑफ करेगा।