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श्रीमद् भागवत कथा जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है- साध्वी सपना नंदनी

Yes Raj खगौल। श्रीमद् भागवत ऐसी कथा है जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत होती है इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है।

मानव को जीना रामायण से एवं मरना श्रीमद्भागवत से सीखना चाहिए। ये कथा वचन खगौल नगर के नेऊरा कॉलोनी स्थित शिव मंदिर के प्रांगण में दस दिनो तक चलने वाले लक्ष्मी नारायण महायज्ञ, एवं श्री भागवत कथा के दौरान ग्वालियर से आई कथा वाचक सपना नंदनी ने कहा।

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उन्होने कहा कि जिस घर में अभिमान होगा वहां मेहमान नहीं आएंगे। लोभ, मोह, क्रोध एवं काम पर अगर कोई मनुष्य विजय पा ले तो वे संत के पायदान पर खड़े हो जाते है।

Shrimad Bhagwat Katha shows the purpose and direction of life
Shrimad Bhagwat Katha shows the purpose and direction of life

उन्होने नारद मुनी के अभिमान वाले प्रसंग को श्रोता श्रद्धालुओं के समक्ष रख उसका उदाहरण पेश किया। वहीं प्रवचन के द्वितीय पाली में अयोध्या से आए यज्ञ आचार्य एवं कथा वाचक निर्भयानंद महाराज ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा वेदों का सार है। इसके श्रवण मात्र से स्वयं श्री हरि चित में आकर बैठ जाते हैं। यह ऐसी अमृत है जिसे प्राप्त करने के लिए देवता भी तरसते हैं। धरती पर यह केवल मनुष्यों के लिए सुलभ है।

उन्होंने अनेक उदाहरण देते हुए भागवत कथा के महत्व पर प्रकाश डाला और कलयुग में श्रीमद भागवत पुराण को साक्षात देव निरूपित किया। इस मौके पर पूर्व विधायक आशा सिन्हा द्वारा भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। वहीं यज्ञ स्थल व भागवत कथा में राजेश राय, विजय भोटी, आयोजक रत्नेश उर्फ लाला, सुनीता पाण्डेय, सरोज उर्फ जग्गा, अनील कुमार राय के अलावा सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

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