- दिल्ली मार्च करेंगे और भाजपा को सबक सीखाने जायेंगे : तेजस्वी
- बिहार में जंगलराज नहीं जनता का राज
- मेरे पिता ने सांप्रदायिक ताकतों के आगे घुटने नहीं टेके : तेजस्वी
- सीएम पीएम बनने की इच्छा नहीं,भाजपा के खिलाफ लड़ाई
पटना। नीतीश कुमार ने अमित शाह पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश पर कब्जा कर लिया है। कोई भी काम देशहित में नहीं कर रहे हैं। बिहार के विकास के लिए कोई काम किया है, लेकिन यहां आकर क्या-क्या बोल दिया कि हमने ये विकास किया-वो विकास। पिछले चुनाव में इन लोगों ने बिहार के विकास के लिए मदद करने का वादा किया था, लेकिन कोई मदद नहीं की। नीतीश कुमार ने फिर विपक्ष के एकजुट होने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तय करे कि अगर हम सभी एकजुट हों तो 2024 में भाजपा को 100 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी। सीएम ने कहा जीवन भर आप लोगों के हित के लिए काम करेंगे। मेरी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है। मेरी ख्वाहिश है कि देश आगे बढ़े, इसके लिए बीजेपी को हराना होगा। बिहार में जैसे हम एकजुट है, वैसे देश में एकजुट होना होगा।
अंत में नीतीश ने कहा कि अब वे लोग जीतन राम मांझी पर लगे है। हम इन्हें कही नही जाने देंगे।महागठबंधन के मंच पर 7 दलों के नेता मौजूद रहे।नीतीश से पहले तेजस्वी यादव ने रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जैसे हमारे यहां महागठबंधन है। वैसे ही देश में भी महागठबंधन है। आप लोगों की दुआ और प्रार्थना से आज मेरे पिता बिल्कुल ठीक हैं। आज मुझे बहुत खुशी है कि मेरे पिता जी फिर से पुराने अंदाज में नजर आए। मेरे पिता ने आज तक सांप्रदायिक ताकतों के आगे घुटने नहीं टेके। वो हमेशा उन लोगों से लड़ते रहे। भाजपा के लोग लीडर नहीं हैं डीलर हैं। ये लोग लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं। लालू का बेटा भी वचन देता है कि सांप्रदायिक ताकतों के आगे कभी घुटना नहीं टेकेंगे। हम सब सातों पार्टियां मिलकर देश को आगे ले जाएंगे।
तेजस्वी ने कहा कि भाजपा के खिलाफ बोलते ही देश में छापे पड़ जाते हैं। उनसे मिलकर रहने वालों को बचाया जाता है। नीतीश ने बिल्कुल सही समय पर उनका साथ छोड़कर महागठबंधन बना लिया। हम लोग एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे तो हमारी जीत पक्की है।उन्होंने कहा कि जब-जब बिहार लड़ता है तब-तब दिल्ली हारता है। नीतीश जी की पार्टी के साथ इन्होंने क्या-क्या नहीं किया। महाराष्ट्र वाला खेल करना चाहते थे, सीबीआई का डर दिखा रहे थे। बिहार की धरती ने भाजपा को संदेश दे दिया है। जब बिहार कर सकता है तो देश क्यों नहीं कर सकता है।
तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनने की किसी की इच्छा नहीं है। हमें बस मिलकर इन लोगों को देश से बाहर करना है। अफवाहों पर ध्यान नहीं देना है। 2024 में भाजपा को सत्ता से बेदखल कर देना है। 24 की लड़ाई संघियों, आरएसएस और भाजपा से लड़ाई है। मोदी जी ने 2014 में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था। मोदी जी हम बिहारी लोग हैं, हमें जुमला मत दीजिए। आपका जमुला बिहार में नहीं चलेगा।तेजस्वी यादव ने वाल्मीकि नगर में गृहमंत्री अमित शाह के जंगलराज वाले बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि बिहार में जंगलराज नहीं है जनता का राज है। उन्होंने कहा कि हम सवर्ण, दलित, आदिवासियों सभी को साथ लेकर चलते हैं।तेजस्वी ने कहा कि हमारी सरकार गंभीर होकर काम कर रही है। इसलिए किसी के बहकावे में मत आइएगा। हम पढ़ाई, सिंचाई, कार्रवाई वाली सरकार देने का काम करेंगे। एक होकर हम लोग आगे चलेंगे। दिल्ली मार्च करेंगे और भाजपा को सबक सीखाने का काम करेंगे। अमित शाह जी आए हैं, वो सुन ले एक बिहारी सब पर भारी।
लालू, नीतीश और तेजस्वी का पूरा भाषण 2024 में होने वाले लोकसभा का ध्यान में रखकर था। लालू ने कहा कि सीमांचल हमारा गढ़ रहा है। इस बार यहां के लोग मुहतोड़ जवाब देंगे। तेजस्वी ने कहा कि जब-जब बिहार लड़ता है, दिल्ली हारता है। हम दिल्ली मार्च करेंगे और सबक सिखाएंगे। मंच से आरक्षण और संविधान बचाने पर जोर दिया गया है। सबसे बड़ी चुनौती एकजुटता है, इसलिए लालू से लेकर नीतीश ने बिहार की 7 पार्टियों को एकजुट रहने की अपील की। लालू ने कहा कि सभी एकजुट हो जाएं तो मोदी सरकार चली जाएगी। तेजस्वी ने कहा कि देश बचाओ, भाजपा भगाओ। एक बिहारी सब पर भारी। नीतीश ने कहा कि हम उनको छोड़कर आए तो देशभर के पार्टियों का फोन आया। मैं जीवन भर आपके साथ ही रहूंगा।नीतीश कुमार ने कहा कि हम वेट कर रहे हैं कांग्रेस का, जितनी जल्दी करेंगे। देश में इनको (भाजपा) सौ सीट नहीं मिलेगा। एकजुट हो जाइए। हम बिहार में सभी एकजुट हैं, उन्हें यहां से कुछ नहीं मिलने वाला है। अगर सभी जगह एकजुट रहेंगे, तो हर जगह ऐसा ही होगा।