- चक्रवात के कारण मछुआरों, छोटे जहाजों, नावों और ट्रॉलरों को 7 मई से बंगाल की खाड़ी में जाने से रोका
कोलकाता। एक तरफ जहां ओडिशा सरकार ने बंगाल की खाड़ी में संभावित चक्रवाती तूफान के मद्देनजर तटीय जिलों के कलेक्टरों और 11 विभागों के अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा है। वहीं देश के मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बुधवार को कहा कि संख्यात्मक मॉडल 9 मई के आसपास चक्रवात मोचा के बनने का संकेत दे रहे हैं।
आईएमडी डीजी महापात्रा के मुताबिक, 6 मई के आसपास दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। इसके प्रभाव में 7 मई के आसपास उसी क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके 8 मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक दबाव के तौर पर केंद्रित होने की संभावना जताई जा रही है। इसके बाद, बंगाल की खाड़ी के मध्य की ओर लगभग उत्तर की ओर बढ़ते हुए 9 मई को चक्रवाती तूफान के तीव्र होने की संभावना है।
इस साइक्लोन की रफ्तार और तीव्रता 7 मई को कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद ही बताई जा सकती है। इसके बाद ही इसके बारे में सटीक जानकारी दी जा सकेगी। डीजी महापात्रा ने कहा कि गर्मियों के साइक्लोन यानी चक्रवातों के मार्ग की भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है। उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए मौसम विभाग सिस्टम पर लगातार नजर बनाए हुए है और नियमित तौर से निगरानी की जा रही है।