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आपदा न होगी भारी, जब होगी पूरी तैयारी… नुक्कड़ नाटक से दिया अग्नि सुरक्षा का संदेश

पटना। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में अग्नि सुरक्षा सप्ताह के छठे दिन मंथन कला परिषद खगौल की ओर से अगलगी से बचाव पर आधारित नुक्कड़ नाटक जमूरे का खेल का प्रदर्शन किया गया।प्रमोद कुमार त्रिपाठी द्वारा निर्देशित नाटक की प्रस्तुति दुर्गा मंदिर के पास, दानापुर स्टेशन में की गई। काफ़ी संख्या में दर्शक मौजूद थें।

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नाटक की शुरुआत श्यामाकांत साह के गीत आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लाया संदेश है। आपदा न होगी भारी, जब होगी पूरी तैयारी… अंगिया जब घरवा में लागे, भैया मत घबराना है। बिजली वाला मेन स्विच बंद कर देना है… के साथ हुई। इस नाटक के माध्यम से यह दिखाया गया है कि आजकल पछुआ हवा तेजी से चल रही है इसलिए अग्नि सुरक्षा के प्रति लापरवाही के कारण कई लोगों का आशियाना छीन गया, उनकी वर्षों की जमा पूंजी भी स्वाहा हो गई।

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गृहस्थी चलाने का सामान, खाने-पीने के चीजों के पैसे तक नहीं बचे इससे सतर्कता ही बचाव है। इसलिए ऐसा करें कि दिन का खाना 9:00 बजे सुबह से पहले और रात का खाना शाम 6:00 बजे के बाद ही बना लें तथा चूल्हे की आग को पूरी तरह से बुझा दें। यदि फूस का घर हो तो उसके टाट पर मिट्टी का लेप चढ़ा दें। आग बुझाने के लिए एक बड़े ड्रम में पानी हमेशा भरकर रखें तथा एक-दो जूट के बोरे को पानी से भिगाकर रख लें। शॉर्ट सर्किट के आग से बचने के लिए बिजली वायरिंग की समय-समय पर जांच कराएं। हवन का काम सुबह में ही कर लें। अगर कपड़ों में आग लगे तो ज़मीन पर लेट कर/लुढ़क कर बुझाने का प्रयास करें। ढिबरी, लालटेन, मोमबत्ती को ऐसी जगह पर ना रखें जहां से गिरकर आग लगने की संभावना हो। जलती हुई माचिस की तिल्ली अथवा अधजली बीड़ी या सिगरेट इधर-उधर ना फेंके। सार्वजनिक जगहों, ट्रेनों एवं बसों आदि में ज्वलनशील पदार्थ लेकर यात्रा न करें। खेत में छोड़े गए डंठलों में आग नहीं लगाएं। तेज हवा के समय भोजन कभी ना बनाएं और पॉलिस्टर के कपड़े पहन कर खाना ना बनाएं।

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अगलगी की घटनाओं को रोकने के लिए हमेशा जागरूक रहें। गैस चूल्हा का भी प्रयोग सावधानी से करें और आग लगने पर तनिक ना घबरायें, क्योंकि कोई भी सिलिंडर 30 मिनट के बाद ही ब्लास्ट करता है. इस बीच हम भींगे हुए कम्बल या बोरा से आग को आसानी से बुझा सकते हैं। नाटक के दो प्रदर्शन दर्शकों के बड़े समूह को आगजनी से बचने का सन्देश देने में सफल रहा, दर्शकों की तात्कालिक प्रतिक्रिया काफ़ी सकारात्मक रही।नाटक के कलाकार अमन कुमार,रोहन कुमार, रजनीकांत,दीनानाथ गोस्वामी, प्रशांत कुमार, शिखा कुमारी, काजल कुमारी, रंजीत दास आदि थे।

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