सुरेश कुमार सिंह/ विकाश आनंद, राघोपुर (सुपौल)
राघोपुर। सहरसा फारबिसगंज और दरभंगा फारबिसगंज रेल खंड पर वर्षो से लंबित रेल परिचालन चालू करवाने को लेकर बीते 16 अप्रैल को कोसी, सीमांचल, मिथिलांचल क्षेत्र के लोगों के द्वारा प्रधानमंत्री, रेलमंत्री, रेल मंत्रालय, पूर्व मध्य रेल, डीआरएम समस्तीपुर, डीआरएम कटिहार सहित स्थानीय सांसद व विधायक को टैग कर सामूहिक रूप से चलाए गए ट्विटर ट्रेंड के बाद आखिरकार रेल मंत्रालय के द्वारा उक्त रेल खंड पर रेल परिचालन को लेकर हरी झंडी दे दिया गया है। जिसमें उक्त दोनों रेल खंड पर जोगबनी दानापुर एवं जोगबानी सहरसा के नाम दो जोड़ी रेल परिचालन की स्वीकृति तो रेल मंत्रालय के द्वारा दे दी गई है। लेकिन उक्त रेल खंड पर सबसे महात्वपूर्ण स्टेशन जो सामरिक एवं राजस्व के दृश्टिकोण से इस खंड की महत्वपूर्ण स्टेशन है उस स्टेशन पर उक्त दोनों ट्रेनों की ठहराव नहीं देने से इस क्षेत्र के लोगों के बीच रेल मंत्रालय एवं रेलवे प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है।
इसे लेकर रेल आंदोलन से जुड़े एक शिष्टमंडल ने रविवार को सुपौल सांसद दिलेश्वर कामत से मुलाक़ात कर इतने वर्षों के बाद उक्त रेल खंड पर ट्रेन परिचालन की स्वीकृति मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव तथा सुपौल के सांसद दिलेश्वर कामेत का आभार प्रकट करते हुए उक्त ट्रेन को राघोपुर स्टेशन पर ठहराव हेतु ज्ञापन सौपा। इस पर सांसद श्री कामत ने शिष्टमण्डल के मांगो को गंभीरता से लेते हुए तुरंत रेल मंत्री को पत्र लिखकर राघोपुर स्टेशन पर उक्त दोनों ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित करने हेतु आग्रह किया। साथ ही सांसद ने रेलवे के अधिकारी से भी दूरभाष से बात कर राघोपुर स्टेशन पर उक्त ट्रेन के ठहराव हेतु मांग रखा। शिष्टमंडल के सदस्यों ने बताया की इस रेलखण्ड पर ट्रेन परिचालन को लेकर 16 अप्रैल को ट्विटर ट्रेंड कराया गया जिसमें 22 हजार से अधिक ट्वीट हुआ।
ज्ञातव्य हो कि रेलवे बोर्ड के द्वारा जोगबनी से सहरसा तथा जोगबनी से दानापुर के बीच दो जोड़ी ट्रेन की स्वीकृति मिली है। हालांकि उद्घाटन की तिथि अभी तक तय नही की गई है। सांसद श्री कामत ने बताया कि रेल मंत्रालय द्वारा दस दिनों के अंदर इस रेलखंड पर ट्रेन परिचालन शुरू कराने की संभावना है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राघोपुर स्टेशन पर सभी ट्रेनों का ठहराव किया जायेगा। शिष्टमण्डल में बैद्यनाथ प्रसाद भगत, उमेश कुमार गुप्ता, मयंक गुप्ता, अरुण जायसवाल, प्रशांत वर्मा शामिल है। शिष्टमंडल के सदस्य बैद्यनाथ प्रसाद भगत ने कहा कि रेलवे मंत्रालय के द्वारा जैसे ही जोगबनी से सहरसा एवं जोगबनी से दानापुर रेलखण्ड पर रेल परिचालन की स्वीकृति दी गई लेकिन उसके समय-सारणी में राघोपुर जैसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन पर ठहराव नहीं देने को लेकर हमलोगों ने स्थानीय सांसद दिलेश्वर कामेत से मिलकर रेल मंत्री को राघोपुर स्टेशन पर ठहराव प्रदान करने हेतु ज्ञापन देते हुए ध्यान आकृष्ट कराया। वही उमेश कुमार गुप्ता ने कहा कि राघोपुर रेलवे स्टेशन सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। सीमावर्ती देश नेपाल के लोगों के लिए कोसी बैराज के रास्ते यह सबसे नजदीक का स्टेशन है। इस स्टेशन पर उक्त ट्रेनों का ठहराव ना देना दुर्भाग्यपूर्ण है।
वही मयंक गुप्ता ने बताया कि क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी बेहतर करने हेतु 3 वर्षों से संघर्षरत है। इस रेलखण्ड पर रेल परिचालन के स्वीकृति प्रदान करने के बाद अब लग रहा है हमलोगों का आंदोलन अब मूर्त रूप ले रहा है। आर्थिक व पर्यटन महत्ता वाले राघोपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव का मांग किया। वही अरुण जयसवाल एवं प्रशांत वर्मा ने कहा कि कुसहा त्रासदी के 15 साल बाद फारबिसगंज-सहरसा रेल रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बंद थी। परिचालन पुनः शुरू होने से इस क्षेत्र में रोजगार व आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।