भगवान भोलेनाथ के सहयोग से मिली थी भगवान श्रीराम को विजय
खगौल। नवरात्रा के कलश स्थापना के ठीक 1 दिन पहले अमावस्या के दिन नेउरा कॉलोनी स्थित बाबा योगेश्वर नाथ शिव मंदिर मे भक्ततो की भीड़ देखी गई। जहां लोग ओम नमः शिवाय का जयकारा करते हुए शिवलिंग पर रुद्राभिषेक कर रहे थे। वही मंदिर में पहुंच भक्त लगातार ओम नमः शिवाय की जाप कर रहे थे।मौके पर शिव मंदिर के पुजारी वीरेंद्र तिवारी एवं विजय शंकर तिवारी ने बताया कि जो भक्त मां भगवती की आराधना के पहले शिवजी की आराधना करते हैं मां भगवती उन पर विशेष प्रसन्न होती है।
उनके जीवन में सारे बाधाएं खत्म होते हुए सारे कार्यों में संपूर्ण सफलता मिलती है। किसी विशेष कार्य की के इच्छुक व्यक्ति कलश स्थापना के पूर्व भगवान शिव की आराधना करते है. जिसका विशेष प्रमाण श्री भगवान राम से प्राप्त होता है। जब श्री भगवान राम लंका जा रहे थे उसके पूर्व उन्होंने शिव की आराधना की थी जो रामेश्वर धाम के नाम से विख्यात है इसके बाद ही भगवान श्रीराम को भगवान भोलेनाथ के सहयोग से विजय की प्राप्ति हुई थी।