खगौल। गुरुवार को संघ के महासचिव कौशलेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि 14 सूत्री मांगों को लेकर 17 जुलाई से 90,000 आशा/फैसिलिटेटर,स्वास्थ्य वैक्सीन कुरियर,ममता एटक के संयुक्त बैनर तले पूरे बिहार में आंदोलन पर हैं। इससे पूर्व 11 जुलाई को विधानसभा का घेराव किया गया था।
कई बार संघ के बैनर तले विभिन्न संघर्ष के जरिए मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंपा गया,लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक इस पर गंभीरता पूर्वक विचार नहीं किया है।संघ के महासचिव ने कहा कि पूरे बिहार के विभिन्न जिलों के अंदर 14 सूत्री मांगों को लेकर आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन के माध्यम से प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र,अनुमंडल स्वास्थ्य केंद्र को पूरी तरह से ठप कर दिया है। वहीं 19 जुलाई को खगौल पीएचसी में दानापुर एएसडीएम के द्वारा आशा/फैसिलिटेटर को धमकाया गया कि आप लोग अपने कार्य क्षेत्र में जाएं नहीं तो एफ आई आर दर्ज करेंगे। संघ के महासचिव ने कहा कि अगर हिम्मत है तो आशा पर एफ आई आर दर्ज करके देखें।मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री यथाशीघ्र 14 सूत्री मांगों पर विचार करें नहीं तो संघर्ष तेज किया जाएगा।
गुरुवार को फुलवारी प्रखंड में आशा कार्यकर्ता के साथ आम पब्लिक के द्वारा मारपीट किया गया। पूरे बिहार में जिलाधिकारी के द्वारा आंदोलन को प्रताड़ित करने की साजिश की जा रही है। राज्य के तमाम आशा/फैसिलिटेटर, स्वास्थ्य वैक्सीन कुरियर, ममता से आवाह्न किया कि आप लोग मजबूती से लड़ें एवं अपनी मांगों को लेकर प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार पर नारा लगाते हुए धरना पर बैठें।
मुख्य मांगों में आशा/ फैसिलिटेटर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए व ₹25,000 का वेतन दिया जाए। पारितोषिक नहीं मासिक वेतन दिया जाए। बकाया पैसे का भुगतान किया जाए, 20 लाख रुपया का बीमा दिया जाए, स्वास्थ्य वैक्सीन कुरियर, ममता लोगों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दे एवं ₹25,000 का वेतन तय किया जाए। राज्य सरकार मांगों पर विचार करें नहीं तो 25 जुलाई से 5 अगस्त तक जिलाधिकारी का घेराव करेंगे, 9 अगस्त से राज्यव्यापी जेल भरो अभियान का कार्यक्रम किया जाएगा।10 अगस्त को मुख्यमंत्री का घेराव किया जाएगा। संघ के महासचिव ने कहा कि मांगे पूरी होने तक हमारा यह अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा।