- दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल लोगों को पटना AIIMS जैसी इलाज की सुविधा मिलेगी
- आम लोगों के इलाज की सुविधा को 1 साल के लिए बढ़ाया गया
- ओपीडी मरीजों की संख्या एक साल में डेढ़ लाख से बढ़कर सवा तीन लाख
बिहटा। शुक्रवार बिहटा मे सांसद राम कृपाल यादव ने ईएसआईसी फाउंडेशन डे पखवारा के अंतिम दिन 8 बेड के ट्रॉमा सेंटर, बच्चों के लिए 6 बेड के पीकू, 8 बेड के पेन एव पैलियेटिव केयर यूनिट तथा 6 बेड की क्षमता वाले रेस्पिरेटरी आईसीयू का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सांसद ने कहा कि पिछले दिनो ट्रॉमा सेंटर और बीमित कर्मचारी के अलावे आम लोगों को इलाज की सुविधा को लगातार चालू रखने का अनुरोध केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव से अनुरोध किया था। जिसपर केंद्र सरकार ने अपनी सहमति दी और आज ट्रॉमा सेंटर चालू हो गया तथा आम लोगों के इलाज की सुविधा एक साल के लिए भी बढ़ा दिया गया। यह एक बहुत बड़ा तोहफा प्रधान मंत्री मोदी ने पटना ग्रामीण सहित शाहाबाद के सभी जिलों को दिया है। दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को पटना एम्स जैसी इलाज की सुविधा ईएसआईसी बिहटा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मिलेगी।
इस संस्थान के विश्वसनीयता इस बात से साबित होती है की पिछले एक साल में ओपीडी मरीजों की संख्या 1.50 से दुगुणा अधिक होकर 3.25 लाख प्रति साल हो गई है।
सांसद ने इस अवसर पर राज्य सरकार से मांग किया की बियाडा की 2.5 एकड़ खाली जमीन को आईएसआईसी को सौंपी जाय जिसपर कैंसर रिसर्च सेंटर और मरीजों के परिजनों के लिए आश्रय स्थल का निर्माण किया जा सके।
इस अवसर पर संस्थान के डीन डा बी के विश्वास, अधीक्षक डा संध्या गुर्जर, डिप्टी डायरेक्टर मुकेश, आई
आईटी बिहटा के फैकल्टी डा पापिया, एनडीआरएफ बिहटा के डिप्टी कमांडेंट डा हरविंदर सिंह, संस्थान के इंजीनियरिंग विभाग के हेड अमित, भाजपा के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे।