- प्रो महेंद्र नारायण कर्ण की शोकसभा में विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक क्षेत्र और चिकित्सा जगत की मशहूर हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
फुलवारीशरीफ। बिहार और देशभर में कई आंदोलनों में प्रखर रूप से अपनी महती भूमिका निभाने वाले प्रो महेंद्र नारायण कर्ण के 81 वर्ष की उम्र में निधन के बाद फुलवारीशरीफ स्थित AIIMS Patna के डॉक्टर क्वार्टर परिसर में एक शोकसभा का आयोजन किया गया। शोकसभा का आयोजन प्रो महेंद्र नारायण कर्ण की पुत्री और पटना एम्स के ENT डिपार्टमेंट की HOD डॉ क्रांति भावना के आवासीय परिसर में किया गया। शोकसभा में विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक शैक्षणिक और चिकित्सा जगत की मशहूर हस्तियों ने शिरकत की। साथ ही साथ देश व राज्य में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिदृश्य को बदलने में प्रो महेंद्र नारायण की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। AIIMS Patna में ENT डिपार्टमेंट की HOD डॉ क्रांति भावना ने बताया कि उनके पिता प्रो महेंद्र नारायण कई महीनों से बीमार चल रहे थे। बीमारी की वजह से उनका निधन पटना में 9 अप्रैल को हो गया। शोकसभा में आने वाले अतिथियों का स्वागत डॉ क्रांति भावना के साथ उनके पति AIIMS Patna के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर सुधीर एवं परिवार के अन्य लोग कर रहे थे।
शोकसभा में प्रो कर्ण के पुत्र तरुण भारतीय, प्रणव भारतीय, बेटी डॉ क्रांति भावना, पुत्र प्रत्युष भारतीय, दामाद डॉ सुदीप कुमार,पुत्र तुषार भारतीय, पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी, पूर्व मंत्री श्याम रजक, एम्स के कार्यकारी निदेशक प्रो डॉ जी.के. पाल, सेवानिवृत IAS व्यास जी, विजय प्रकाश, CPIML के राजा राम जी, CPI से विश्वजीत, नंद किशोर सिंह, चक्रवर्ती अशोक प्रियदर्शी, सत्यनारायण मदन, विनोद कुमार, प्रो रघुनंदन शर्मा, रुपेश, एम्स पटना के डॉ प्रेम कुमार (डीन, प्रशासन), ट्रामा इमरजेंसी हेड डॉ अनिल कुमार, ENT डिपार्टमेंट के डॉ अमित कुमार समेत कई गणमान्य लोगों ने श्रद्धांजलि देकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इसके साथ ही कार्यक्रम में पटना एम्स के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, सीनियर और जूनियर रेजिडेंट परिवार के साथ पहुंचे और डॉ कर्ण को श्रद्धांजलि देकर उनके परिवार वालों को सांत्वना दी।
बता दें की प्रो डॉक्टर महेंद्र नारायण कर्ण को ऑल इंडिया सोशियोलॉजिकल सोसायटी से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्राप्त था, इसके अलावा वे ए.एन सिन्हा इंस्टीच्यूट के निदेशक, नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी के सोशियोलॉजी हेड ऑफ डिपार्टमेंट रहे। उन्होंने 80 के दशक में बी एन कॉलेज के प्रो के रूप में अपनी अमिट छाप छोड़ी। इसके अलावा देश भर में प्रगतिशील आंदोलनों में प्रो कर्ण की सक्रिय भूमिका रही है।