2024 के लोकसभा चुनाव तक ये सिलसिला चलता ही रहेगा
पटना। राबड़ी आवास पर सीबीआई की छापेमारी को लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के इशारे पर ही यह छापेमारी हो रही है। लेकिन इस छापेमारी से उन्हें किसी तरह का फर्क नहीं पड़ता है, क्योंकि इससे पहले भी कई बार छापेमारी हो चुकी है। आय से अधिक संपत्ति मामले मे भी छापेमारी हुई थी, लेकिन कोर्ट से वह मामला खारिज हो चुका है। तेजस्वी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव तक ये सिलसिला चलता ही रहेगा। जब कुछ गलत हुआ ही नहीं है तो उसकी चिंता हमलोगों को नहीं है। इससे लालू परिवार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।

उन्होंने कहा कि आप बता दीजिए कि ऐसा होता है क्या कि कोई मंत्री साइन कर दे और नौकरी मिल जाए? जिस दिन हमारी महागठबंधन की सरकार बनी थी तो उसी दिन हम कहे थे कि यह सिलसिला चलता रहेगा। तेजस्वी ने कहा कि भाजपा के साथ रहिए तो राजा हरिश्चंद्र, भाजपा से सवाल करोगे तो इस तरह ही होता है। ये कोई नई बात नहीं है। टाइमिंग पर जिसको जो आकलन करना है करते रहे। इससे किसी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। तेजस्वी ने कहा कि पहले भी कह चुके हैं कि हर महीने आने की तकलीफ क्यों उठाते हैं, घर में ही दफ्तर खोल लें। केंद्रीय एजेंसियों को पैसा खर्च करके बिहार आना पड़ता है और वह सरकारी पैसा जनता का होता है।

जब से ये सब चल रहा है लालू परिवार ने पूरा सहयोग केंद्रीय एजेंसियों को दिया है। सुप्रीम कोर्ट से जब हम लोग डीए केस जीत चुके हैं तो इसका कोई मतलब नहीं रह जाता है। सीबीआई कई बार जांच करने के बाद आईआरसीटीसी और लैंड पर जॉब केस को बंद भी कर चुकी है। उन्होंने कहा कि दोनों ही केसों को रेलवे ने घोटाला नहीं माना है। लेकिन सीबीआई को सपना आता है कि घोटाला हुआ है। रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद को पूरा देश मैनेजमेंट गुरु मान चुका है। लालू प्रसाद ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे को 90 हजार करोड़ का मुनाफा दिलाने का काम किया था। चाहे प्रधानमंत्री हों या रेल मंत्री या किसी राज्य का मुख्यमंत्री, उसे किसी को नौकरी देने का अधिकार नहीं होता है। उन्होंने कहा कि जो भाजपा का गुणगान करेगा उसके सारे पाप धुल जाते हैं। एनसीपी नेता शरद पवार के भतीजे ने जब भाजपा के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाए तो उनसे सारे केस वापस ले लिए गए थे। लेकिन भाजपा को छोड़ते ही फिर से जांच शुरू हो गई।