- कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रूपरेखा तैयार, कार्यकर्ताओं को सौंपा गया जिम्मा
नई दिल्ली। 30 अप्रैल को रेडियो पर प्रसारित होने वाले मन की बात के 100वें एपिसोड को यादगार बनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए सरकार और भाजपा ने कमर कस ली है और रूपरेखा तैयार कर ली गई है। पार्टी की तरफ से उसके सभी जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को इसे सफल बनाने का जिम्मा सौंपा गया है। सभी सांसदों से कहा गया है कि वो अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में एक चुनी हुई जगह पर लोगों के साथ 30 अप्रैल को इस प्रसारण को सुनें।
जानकारी के मुताबिक, इस रेडियो प्रसारण को एक साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों की ओर से सुनने का रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। पार्टी ने अपने सभी सांसदों और विधायकों को ‘मन की बात’ के प्रसारण को सुनने के लिए विशेष इंतजाम करने का निर्देश दिया है।इसके तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल करने, उस इलाके के बुद्धिजीवियों और गणमान्य लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और पार्टी संगठन के साथ समन्वय के साथ कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। सभी राज्यसभा सांसदों को भी ऐसे ही कार्यक्रम करने का निर्देश दिया गया है। सभी सांसद करीब 1,000 लोगों के साथ इस विशेष प्रसारण को सुनेंगे। 30 अप्रैल से एक दिन पहले यानी 29 अप्रैल को सभी सांसद ‘मन की बात’ कार्यक्रम को लेकर अपने-अपने इलाके में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे।
पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा ने देशभर में 2,150 जगहों पर प्रसारण को सुनवाने का इंतजाम किया है।पार्टी सूत्रों के मुताबिक, ज्यादा से ज्यादा अल्पसंख्यकों को जोड़ने के लिए मदरसों और दरगाहों जैसी जगहों पर भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके जरिये 4-5 लाख लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। सरकारी कार्यक्रमों की बात करें तो अब तक की जानकारी के मुताबिक, देश के हर राज्य के राज भवनों में ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनवाने का इंतजाम किया जा रहा है।