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शराब मामले में जेल में बंद महादलित युवक की इलाज के दौरान मौत

परिजनों का हंगामा, थाने का किया घेराव, सड़क पर आगजी

नीरज कि रिपोर्ट

दानापुर। शराब बेचने के आरोप में दानापुर उपकारा में बंद एक कैदी सुनील मांझी की विगत रात अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसे आनन फानन में स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने स्थिति गंभीर देख उन्हें पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया। मगर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

मृतक सुनील मांझी नगर के गभतल स्थित महादलित टोला के रहने वाला था। उसकी मौत की खबर लगते ही परिजन एवं टोले के लोग आक्रोशित हो उठे। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने दानापुर थाना का घेराव कर जमकर हंगामा किया और विरोध स्वरूप सड़क जाम कर आगजनी की गई।

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सैकड़ों की संख्या में महिलाए थाने के बाहर डटी रही। स्थिति गंभीर देखते हुए थाने की सुरक्षा क लिए स्पेशल फोर्स की तैनाती कर दी गई। मगर रविवार की शाम शव आते महादलित टोले के लोग और आक्रोशित हो गये। उन्होने सड़क पर शव रख आगजनी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन ने दानापुर पटना मुख्य मार्ग अवरूद्ध हो गया। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को समझाने व सड़क जाम हटाने के लिए मसक्कत करनी पड़ी। वहां मौजूद प्रदर्शनाकारियों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि जब शराब मामले में पकड़ाए अन्य आरोपितों को पैसे लेकर छोड़ दिया गय। सुनील मांझी की तबियत खराब होने के बावजूद उन्हें जेल में रखा गया। प्रदर्शनकारियों के साथ मौजूद पद्मश्री सुधा वर्गीज ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि विगत 9 जून को पुलिस की क्विक मोबाइल टीम ने सुनील मांझी को शराब बेचने व पीने के आरोप में पकड़ा था। उसे थाना में यातनाएं दी गई।

जिससे उसकी तबियत खराब हो गई और उसे जेल भेज दिया गया। जेल में भी परिजनों ने मिलने नहीं दिया गया। जब उसकी तबियत काफी खराब हो गई उसे पीएमसीएच भेजा गया तब भी परिजनों को सूचित नहीं किया गया। जब उसकी मौत हो गई तब पुलिस उसके घर पर आकर मौत की जानकारी देती है। इस घोर लापरवाही पुलिस द्वारा किया गया है जो क्षम्य नहीं है। इस मामले को वह मानवाधिकार में लेकर जाएगी। थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार भारद्वाज ने बताया कि विगत 9 जून को सुनील मांझी को 10 लीटर शराब के साथ नशे की हालत मे पकड़ा गया था। उसी दिन कानूनी प्रक्रिया व मेडिकल जांच के बाद दानापुर उपकारा में भेज दिया गया। उन्हे कारा अधिक्षक द्वारा रविवार की सुबह मैसेज दिया गया कि सुनील मांझी की मौत हो गई है उनके परिजन को सूचना दे दे। पुलिस अपने कानून के दायरे में यह कार्रवाई की है। वहीं उपकारा अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि 10 जून को दानापुर पुलिस ने उत्पाद अधिनियम में सुनील मांझी और घमंडी मांझी को लेकर आये थे। सुनील मांझी का तबीयत खराब होने पर उपकारा के चिकित्सक द्वारा इलाज किया गया था। 14 जून की शाम में सुनील का तबीयत बिगड़ने पर अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया मगर चिकित्सकों ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

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