खगौल के नेऊरा कॉलोनी स्थित बाबा योगेश्वर नाथ शिव मंदिर में होती है भक्तो की मुराद पूरी
इस मंदिर में है गुरु पूर्णिमा का एक विशेष महत्व
गुरु पूर्णिमा के दिन होता है भव्य भंडारे का अयोजन
सांसद, मंत्री, एवं वरीय अधिकारी से लेकर सभी भक्तों का कष्ट दूर है बाबा योगेश्वर नाथ

खगौल। खगौल के नेऊरा कॉलोनी स्थित बाबा योगेश्वर नाथ शिव मंदिर का महत्व कुछ और है। इस मंदिर मे चारो धाम स्थापित है। जहां बाबा योगेश्वर नाथ के साथ इस मंदिर में प्रतिष्ठित देवी देवताओं ने भगवान गणेश माता पार्वती भगवान कार्तिकेय भी मौजूद हैं वहीं इस मंदिर प्रांगण में चारों धाम के मंदिर के साथ शनिदेव की भव्य प्रतिमा के साथ साईं नाथ का स्वरूप एवं नव दुर्गा की प्रतिमा के साथ दक्षिणेश्वरी काली मां की प्रतिमा भी स्थापित है। वही इस मंदिर प्रांगण मे लक्ष्मी नारायण एवं हनुमान जी के साथ सारे देवता गन प्रतिष्ठित हैं जो इस मंदिर की तेज को बढ़ाता है।

वही नंदी महाराज बाबा योगेश्वर नाथ के शिवलिंग को बड़े प्यार से निहारते रहते है। इस मंदिर का महत्व कुछ अलग है जहां इस मंदिर में सांसद विधायक एवं मंत्री के साथ वरीय पदाधिकारी एवं अन्य भक्तगण अपनी मनोकामना को पूर्ण करने के लिए बाबा योगेश्वर नाथ से प्रार्थना करते हैं।

बाबा योगेश्वर नाथ के कृपा से सारे भक्तों की मनोकामनाएं भी जल्द पूर्ण हो जाती है। इस मंदिर का एक अलग ही महत्व है यहां के शिवलिंग में स्वयं नाग का आकार उत्पन्न हुआ है, वही इस शिवलिंग में त्रिपुंड भी स्वयं उत्पन्न हो रहा है जो देखने योग्य। इस मंदिर में स्थापित बाबा योगेश्वर नाथ में अद्भुत शक्ति है जो सारे भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करती है। जानकारी के मुताबिक इस मंदिर के महंत बाबा श्री शत्रुघ्न दास जी महाराज को स्वयं शिव ने दर्शन दिया था।
सांसद चिराग पासवान इस मंदिर के परम भक्त हैं और अगर उन्हें कोई कठिनाइयां आती है तो इस मंदिर मे आकर पूजा अर्चना कर अपनी कठिनाइयों को दूर करने के लिए बाबा योगेश्वर नाथ से गुहार लगाते हैं।

जानकारी के मुताबिक पूर्व मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके पुत्र चिराग पासवान का सब कुछ छिन चुका था और वह काफी कठिनाइयों से गुजर रहे थे।

चिराग पासवान ने इस मंदिर में पहुंचकर बाबा योगेश्वर नाथ का मन से पूजा की जिसके बाद बाबा योगेश्वर नाथ की कृपा से ही उनकी सारी तकलीफ दूर हुई और वह जनता के दिलों में राज कर रहे।

आज भी सांसद चिराग पासवान किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले बाबा योगेश्वर नाथ के मंदिर में पहुंचकर आशीर्वाद जरूर लेते है।

इस मंदिर में गुरु पूर्णिमा का एक अलग ही महत्व है। गुरु पूर्णिमा के दिन इस मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। अपने गुरुजन का आशीर्वाद लेने के साथ-साथ मंदिर प्रांगण में पहुंचे भक्तगण भंडारे में भी अपना भरपूर सहयोग करते हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन होने वाले भंडारे मे लगभग 10 से 15 हजार भक्त गण प्रसाद ग्रहण करते है।

बाबा योगेश्वर नाथ के सेवादार पंडित विजय शंकर तिवारी ने बतलाया की मंदिर प्रशासन द्वारा हर साल पूरे सावन महीने मे प्रत्येक दिन बाबा योगेश्वर नाथ का रुद्राभिषेक किया जाता है। इस रुद्राभिषेक मे बड़ी संख्या मे भक्त पहुंच कर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करते है। वही इस मंदिर प्रांगण में हर शनिवार को शनिदव की विशेष पूजा कि जाती है, जहां शनिदेव के पूजा के भंडारे का भी आयोजन होता है।

इस मंदिर के पंडित वीरेंद्र जी शास्त्री, पंडित देव नारायण शास्त्री, पंडित जयशंकर तिवारी, पंडित मन जी पाठक, पंडित सोमनाथ उपाध्याय ने बताया कि अगर किसी को मानसिक शारीरिक या आर्थिक कष्ट हो इस मंदिर में पूजा मात्र से ही सारे कष्ट का निवारण होता है अगर कोई भक्त सच्चे हृदय से कोई भी मुराद शिव के सामने मांगते हैं तो बहुत जल्द ही उनकी मुराद भी पूर्ण हो जाती है।
गुरु पूर्णिमा 2023 शुभ मुहूर्त और तिथि
गुरु पूर्णिमा आरंभ – रात 8 बजकर 21 मिनट पर ( 2 जुलाई 2023)
गुरु पूर्णिमा समापन- शाम 5 बजकर 8 मिनट पर (3 जुलाई 2023)
गुरु पूर्णिमा तिथि- 3 जुलाई 2023