मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार ईद उल फितर धूम धाम से मनाया गया
समीम फुलवारी। देश मे मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार ईद-उल-फितर शनिबार को मनाया गया . एक दिन पहले ही सुनी चांद कमेटी ने इसका ऐलान किया था. ईद का चांद शुक्रवार को देखा गया है । ईद-उल-फितर का त्योहार रमजान महीने के आखिरी दिन मनाया जाता है. इस दिन मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है. इस्लामिक कैलेंडर के दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन इसे मनाया जाता है.
रमजान के आखिरी दिन दुनिया भर में मुस्लिम समुदाय ईद मनाता है. इसमें धर्मार्थ कार्य किए जाते हैं. इस समय गरीबों को खाना खिलाना और दान देना शामिल है. इस दिन लोगएक दूसरे को प्यार से गले लगाते हैं. ईद के त्योहार के साथ ही रोजे और इबादत का महीना समाप्त हो जाता है.
मुसलमानो का यह त्योहार भाईचारे का प्रतीक है. इस दिन लोग शांति और सुख-समृद्धि के लिए दुआएं मांगते हैं. दुनिया भर मे ईद के इस त्योहार को हर -उल्लास के साथ मनाते है. ईद की तारीख हिजरी कैलेंडर के कारण साल-दर-साल बदलती रहती है. यह कैलेंडर चंद्रमा पर आधारित होता है. इसमे चांद की घटती-बढ़ चाल के अनुसार दिनो की गिनती की जाती है.
इस दिन लोग सबसे पहले नमाज पढ़ने मस्जिद में जाते हैं. घरों में कई तरह के पकवान बनते हैं. इसमें बिरयानी, और मीठी सेवई का विशेष महत्व होता है. साथ ही इस दिन घर से बड़े सदस्यों की ओर से छोटों को उपहार भी दिए जाते हैं, जिसे ईदी कहा जाता है।