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इण्डो-नेपाल कर्मरत्न अवॉर्ड से सम्मानित होंगी खगौल की संगीता सिन्हा

खगौल। जयपुर अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच द्वारा नई दिल्ली में 7 मई को आयोजित भारत – नेपाल सांस्कृतिक समन्वय सम्मेलन में नेपाल सरकार के प्रथम उपराष्ट्रपति महामहिम न्यायमूर्ति परमानन्द झा पूर्व न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय नेपाल के कर कमलों द्वारा शिक्षा विद, एम्ब्रोसिया एकेडेमी की प्रबंधक आयरन लेडी संगीता सिन्हा का प्रथम उपराष्ट्रपति नेपाल, पूर्व राजदूत जापान के डॉ . विष्णु हरि नेपाल संयोजक महावीर प्रसाद टोरड़ी के संग राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधि पर पुष्प अर्पित करेंगे, राजघाट से नई दिल्ली स्थित जन्तर – मन्तर धरना स्थल पर रू-ब-रू कार्यक्रम में सम्मलित होंगी। कृष्णन मेनन भवन के सभागार में शाम 05:00 बजे भारत नेपाल सांस्कृति समन्वय सम्मेलन में उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के संग सम्मलित होंगी। श्रीमती सिन्हा सम्मेलन में 31 प्रतिभाओं के संग प्रथम उपराष्ट्रपति नेपाल के कर कमलों द्वारा इण्डो – नेपाल कर्मरत्न अवॉर्ड स्वीकार करेंगी। प्रथम उपराष्ट्रपति नेपाल के भोज में विभिन्न राष्ट्रों एवं भारत सरकार के महननीय एवं प्रबुद्ध व्यक्ति के संग संगीता सिन्हा रात्री भोज में सम्मिलत रहेंगी। सांस्कृतिक सचिव सेमुअल बरण शाह ने बताया कि संगीता सिन्हा का नाम का प्रस्ताव नेपाल के पूर्व राजदूत श्यामचन्द सुमन द्वारा कर्मस्थली से विकास तक सेवा कार्यों का अवलोकन कर अनवरत परिश्रम पर चयन किया गया है। कर्मरत्न अवॉर्ड में नेपाल राष्ट्र की टोपी, स्मृति चिन्ह, शॉल व अभिनन्दन पत्र से सम्मानित किया जायेगा ।

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राजनयिक सम्बन्ध ( वियना अभिषरण ) अधिनियम 1972 संख्यांक 43 दिनांक 29 अगस्त 1972 के अन्तर्गत अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच की 7300 दिवसीय कार्ययोजना व इण्डो नेपाल समरसता सोशल मिशन यात्रा विदेश मंत्रालय भारत सरकार का परिपत्र संख्या 4410/14/2010 दिनांक 30 अप्रेल 2000 पर संदीप भारत यात्रा पर आयोजित रात्री श्रीमती सिन्हा भारत के माननीय एवं बधाइयाँ दी है। प्रबुद्ध व्यक्तियों ( प्रोटोकोल ) में सम्मलित है । अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच भारत नेपाल की वैदिक कालीन संस्कृति का पुर्नउत्थान हो , भारत पुनः वैदिक कालीन जगतगुरू के आसन पर पदस्थापित हो , भारत को अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में वीटो पॉवर के साथ स्थाई सदस्यता दिलवाने के उद्देश्य से सदस्य राष्ट्रों का नैतिक समर्थन की आशा में प्रेरित अभियान चलाया जा रहा है । अन्तर्राष्ट्रीय कार्ययोजना को 22 राष्ट्रों ने अपना नैतिक समर्थन दिया है । संगीता सिन्हा प्रथम उपराष्ट्रपति नेपाल के संग भारत के राष्ट्रपति , उपराष्ट्रपति , प्रधानमंत्री से शिष्टाचार भेट करने की सम्भावना है । शिष्टाचार भेट का कार्यक्रम अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच द्वारा भारत सरकार को प्रेषित किया गया है । संगीता सिन्हा का चयन होने पर इण्डो – नेपाल समरसता ऑर्गेनाइजेशन राष्ट्रीय समता स्वतंत्र मंच सहित अनेक बुद्धीजिवी एवं समर्थकों ने खुशी जाहिर की है।

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