- जातीय गणना 17 सवालों के सीएम नीतीश ने दिए दिए जवाब
- सीएम नीतीश का हुआ जातीय जनगणना, विधानसभा में रखी जाएगी रिपोर्ट
- पीएम वाले नारे पर हाथ जोड़कर बोले- ये नारा मत लगाइए
- पटना जिले में 13.8 लाख परिवारों की जातिगणना पूरी
बख्तियारपुर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति आधारित गणना की शुरुआत अपने पैतृक आवास बख्तियारपुर से की। जाति आधारित गणना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का परिवार शामिल हुआ। खुद नीतीश कुमार ने भी अपनी और अपने बेटे सहित भाई और उनके परिवार की गणना कराई। जाति जनगणना से जुड़े 17 सवालों के जवाब दिए।मुख्यमंत्री के बख्तियारपुर पहुंचते ही ‘विकास पुरुष जिंदाबाद’ और ‘देश का नेता कैसा हो-नीतीश कुमार जैसा हो’ के नारे लगने लगे। जिसके बाद नीतीश कुमार ने हाथ जोड़कर कहा कि प्रधानमंत्री वाले नारे मत लगाइए। हम विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं। हम लोग एक साथ मिलकर मजबूती से चुनाव लड़ेंगे। जनता मालिक है।
गणना के बाद बख्तियारपुर स्थित अपने आवास पर मुख्यमंत्री कहा कि जाति आधारित गणना 15 मई तक पूरी हो जाएगी। उसके बाद इससे जो डाटा आएगा उसे विधानसभा और विधान मंडल परिषद के पटल पर रखा जाएगा। गणना में गरीबी को देखा जाएगा और फिर गरीब लोगों की मदद की जाएगी। अपर कास्ट को 10 फीसदी आरक्षण दिया ही जा चुका है। अब पूरी गणना पूरी होने के बाद सही जानकारी सामने आएगी। आगे क्या करना है या नहीं करना है केंद्र जाने। एक बार गणना हो जाएगी तो यह बहुत उपयुक्त चीज होगी। सबको समान रूप से आगे बढ़ाने का मौका मिलेगा। बहुत लोगों को भ्रम है यह भ्रम बेकार का है। उन्होंने कहा कि कई राज्य देख रहे हैं कि बिहार में जाति गणना हो रही है यह काम ठीक से हो गया तो बाकी राज्य भी जाति आधारित गणना कराएंगे।
मोतिहारी में जहरीली शराब से हुई मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों को गलत काम नहीं करना चाहिए। बता दें कि 15 अप्रैल से जाति आधारित गणना के दूसरे चरण का समापन 15 मई को होना है। बिहार सरकार ने 215 जातियों की गणना का फैसला लिया है। इसमें पटना जिले की बात करें तो 13.8 लाख परिवारों की जाति गणना की तैयारी की गई है।इस काम के लिए 14880 जनगणना कर्मी और पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगी है। इसके लिए ट्रेनिंग पहले ही दी जा चुकी है।