भोजपुर : बहन की शादी के पहले उठी भाई की अर्थी, आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जामकर किया प्रदर्शन
- आरा-सलेमपुर मुख्य मार्ग पर चकिया मोड़ के पास हुआ हादसा, छात्र की बिखरीं किताबें
- मिट्टी लदे ट्रैक्टर ने स्कूल जा रहे साइकिल सवार छात्र को रौंदा, मौके पर हुई मौत
- न्यू अल हफीज कॉलेज के पास सड़क पर शव रख कर की मुआवजे की मांग
आरा। आरा-सलेमपुर मुख्य मार्ग मुफस्सिल थाना क्षेत्र के न्यू अल-हफीज कॉलेज के समीप चकिया मोड़ के पास मिट्टी लदे ट्रैक्टर ने स्कूल जा रहे एक साइकिल सवार छात्र को रौंद दिया। उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान छोटकी सनदिया गांव निवासी हरेंद्र कुमार गोड़ बेटे करण कुमार(12) के रूप में हुई है। 33 दिन बाद उसकी बहन की शादी होने वाली थी। बहन की शादी से पहले भाई की अर्थी उठने से इलाके लोग गमजदा हैं।
हादसे के बाद ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा
मृतक के पिता हरेंद्र कुमार गोड़ ने बताया कि करण वह मौला बाग स्थित गुरुनानक स्कूल में सातवीं का छात्र था। घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा। गुस्साए ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर आरा-सलेमपुर मुख्य मार्ग पर न्यू अल हफीज कॉलेज के पास शव को रखकर सड़क को जाम कर दिया। इसकी वजह से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। मुफस्सिल थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह,नवादा थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार एवं टाउन थानाध्यक्ष संजीव कुमार प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने में जुटे हैं।
बहन की शादी के 33 दिन पहले उठी भाई की अर्थी
करण अपने चार बहन व दो भाई में चौथे स्थान पर था। करण की बड़ी बहन अंशु की शादी अगले महीने मई में होने वाली है। 10 मई को तिलक व 15 मई को बरात आने वाली थी, जिसको लेकर करण काफी उत्साहित था। मृत छात्र के पिता मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। मृत छात्र के परिवार में मां सुमित्रा देवी,चार बहन फूलकुमारी, अंशु, खुशबू व पुतुल एवं एक भाई राम कुमार है। घटना के बाद मृत छात्र के घर में कोहराम मच गया है। इस घटना के बाद मृत छात्र की मां सुमित्रा देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।
पढ़ने में काफी तेज था करण
इधर,मृतक छात्र के पिता हरेंद्र कुमार गोड़ ने बताया कि वह प्रतिदिन की तरह बुधवार की सुबह भी साइकिल से मौला बाग स्थित अपने स्कूल पढ़ने जा रहा था। इसी दौरान ये हादसा हुआ। पिता ने बताया कि करण पढ़ने में तेज था और प्रतिदिन स्कूल जाया करता था।
युवक ने की बचाने की कोशिश
इधर, प्रत्यक्षदर्शी बुजुर्ग महिला दुलारो देवी ने बताया कि करण साइकिल से स्कूल जा रहा था, इसी बीच ट्रैक्टर वाले ने उसे रौंद दिया। उस दौरान उनका बेटा धनलाल शौच कर लौट रहा था, उसने देखा कि ट्रैक्टर किसी बच्चे को घसीट रहा है। धनलाल ने करण को बचाने के लिए ट्रैक्टर का बंफर पकड़ने की कोशिश की लेकिन चालक गाड़ी रोकने को तैयार नहीं हुआ। अंत में धनलाल ने लोटे से चालक के सिर पर वार किया। तब उसने गाड़ी रोकी लेकिन तब तक करण की मौत हो चुकी थी।