पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव के बीच हुई मुलाकात ने सियासी गलियारे में हलचल तेज कर दी है। लोग इस मुलाकात को लेकर कई तरह के कयास लगा रहे हैं। वहीं नीतीश कुमार के खासमखास रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने जबरदस्त हमला बोला है। उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा है कि नीतीश कुमार लालू प्रसाद के शरण में नतमस्तक हो चुके हैं। आरसीपी ने एक फोटो ट्वीट किया और लिखा है कि,लालू जी शरणम गच्छामि। उन्होंने सोशल मीडिया पर नीतीश- लालू मुलाकात की फोटो पोस्ट करते हुए 7 सवाल पूछ दिया है।
उन्होंने फोटो के माध्यम से नीतीश बाबू कह रहे हैं-भाई साहब आप सही थे और मैं गलत था। मुझे माफ कर दीजिए। नीतीश बाबू, बिहार की जनता, आपके समर्थक, शुभचिंतक इस फोटो का क्या अर्थ निकालें? क्या आप श्रीमान लालू जी को यह कह रहे हैं की भाई साहब 1994 के बाद मैंने जो आपके खिलाफ राजनीति की वो एक भूल थी, गलत था एवं बिना सोंचे समझे था। भाई साहब 1994 के बाद विभिन्न चुनावों के अवसर पर, संसद में, विधान सभा में, विधान परिषद में आपके एवं आपके कार्यकाल के बारे में मैंने जितने भाषण दिए वो सभी असत्य थे, बिना सोचे समझे एवं तथ्य से परे थे। इसके आगे आरसीपी सिंह ने कहा है कि भाई साहब आपके खिलाफ मेरे कुछ सहयोगियों ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाये, न्यायालयों में आपके खिलाफ केस किए एवं आपको भ्रष्टाचार के मामले में सजा भी हुई, वह गलत था और मैं उससे सहमत नहीं था। इसके लिए मुझे आप माफ कर दीजिए।
नीतीश बाबू, बिहार की जनता ये जानना चाहती है कि लोक सभा चुनावों में लालू जी के खिलाफ चुनाव जीतकर आप केंद्र में रेल मंत्री, कृषि मंत्री एवं भूतल परिवहन मंत्री बने, वो आपका निर्णय गलत था। 2005 में एनडीए के नेतृत्व में लालू जी के खिलाफ चुनाव जीतकर आप बिहार के मुख्यमंत्री बने, वो आपका निर्णय गलत था। अगर ऐसी बात है नीतीश बाबू तो आपको लालू जी और उनके परिवार के साथ ही बिहार की जनता से, करोड़ों मतदाताओं से अपनी गलती स्वीकार कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। साथ ही जिन कार्यकर्ताओं ने लालू जी के खिलाफ संघर्ष किया एवं आपका साथ दिया, बलिदान दिया, उनसे भी आपको माफी मांगनी चाहिए की मेरी राजनीति गलत थी। जब जैसी, तब तैसी, गुड़ खाइए गुलगुले से परहेज, नीतीश बाबू! बता दें कि नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचने के बाद मीसा भारती के घर गए। लालू प्रसाद सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद भारत लौटने पर यहीं रह रहे हैं। नीतीश ने लालू से उनकी सेहत के बारे में जानकारी ली। इस मुलाकात के बाद नीतीश ने मीडिया से कहा कि वह लालू प्रसाद के साथ फोन पर संपर्क में थे। लेकिन उनसे मिलना जरूरी था, इसलिए उनसे मिलने आ गए।