जम्मू। कश्मीर घाटी अगले महीने जी20 की बैठक की मेजबानी करने के लिए तैयार हो रही है और आयोजन स्थल को आकर्षक बनाने का काम जोरों पर चल रहा है। साल 2020 में श्रीनगर को नया रूप देने के लिए शुरू की गई स्मार्ट सिटी परियोजना पर भी काम तेजी से चल रहा है। दरअसल श्रीनगर इस बैठक का मुख्य स्थल होने वाला है। सूत्रों के अनुसार, कश्मीर घाटी 22-25 मई के बीच अंतरराष्ट्रीय पर्यटन पर जी20 बैठक की मेजबानी करेगी, जिसमें श्रीनगर बैठकों का मुख्य स्थान होगा। हालांकि विशेष बलों और ड्रोन रोधी तकनीक के साथ हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है लेकिन सुरक्षा कारणों से मुख्य स्थल की घोषणा नहीं की गई है।
मुख्य सचिव अरुण कुमार के मुताबिक, सभी इंतजाम किए जा रहे हैं और जी 20 बैठक से जुड़ी सभी लंबित परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जाएगा। कुमार ने कहा, कि शहर को सुंदर बनाने की सभी परियोजनाओं के पूरा होने के बाद श्रीनगर में उत्सव जैसा माहौल होगा।सूत्रों ने पुष्टि की है कि चीन को छोड़कर जी20 के सभी देशों के प्रतिनिधि 23 मई को श्रीनगर में पर्यटन के कार्यकारी समूह की बैठक में भाग लेंगे। जी20 के प्रतिनिधि 22 मई को श्रीनगर पहुंचेंगे और 23 मई को बैठक होगी। 24 मई को प्रतिनिधियों को प्रमुख पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। दूसरे देशों से आए प्रतिनिधियों को घाटी के दर्शन कराए जाएंगे जिसमें डल झील, शिकारा की सवारी, दाचीगाम वन्यजीव अभयारण्य और गुलमर्ग का स्की रिजॉर्ट शामिल है। इसके बाद प्रतिनिधियों का 25 मई को नई दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है, हालांकि सुरक्षा कारणों से सटीक यात्रा कार्यक्रम को गुप्त रखा गया है।
इसको लेकर श्रीनगर नगर निगम के आयुक्त और स्मार्ट सिटी परियोजना के सीईओ आमिर अतहर का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र के लिए जी-20 एक महत्वपूर्ण इवेंट होने जा रहा है। ये इवेंट कश्मीर को वैश्विक स्तर पर एक पर्यटन स्थल के रूप में आगे बढ़ाएगा। हम इस आयोजन को सफल बनाना चाहते हैं और शहर को अधिक आकर्षक भी बना रहे हैं। एक तरफ जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर समीक्षा बैठक की और प्रदेश में G20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों पर भी चर्चा की. वहीं दूसरी तरफ स्थानीय स्तर पर सुरक्षा बल भी कड़ी निगरानी रख रहे हैं क्योंकि पाकिस्तान पहले ही इसको लेकर हौवा बना चुका है. वो कश्मीर को जी20 बैठक स्थल बनाए जाने का विरोध कर रहा है। इस बैठक में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह और मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता ने भी हिस्सा लिया था।