इस अस्पताल में वेंटीलेटर युक्त आईसीयू में 300 से अधिक बेड की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी
एम्स पटना में मरीजों को देशभर के सभी नए एम्स से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध कराया जा रहा . निदेशक एम्स
फुलवारी शरीफ अजीत । एम्स मे गंभीर रूप से बीमार मरीजों की भर्ती मे होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से लगातार पटना एम्स के निदेशक डॉक्टर जी के पाल सतत प्रयत्नशील है। एम्स पटना के निदेशक प्रोफेसर गोपाल कृष्ण पाल ने एम्स पटना में पिछले 4-5 महीनों में विभिन्न फैकल्टी और नॉन-फैकल्टी पदों पर की गई नियुक्तियों के बारे में जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि अब तक एम्स पटना में मौजूद रिक्तियों को त्वरित गति से भरते हुए लगभग तीन चौथाई फैकल्टी पदो को भरा जा चुका है। पिछले दो महीनों में एम्स पटना ने सीनियर रेज़िडेंट, जूनियर रेसिडेंट, नर्सिंग, अन्य नॉन फैकल्टी पदों पर लगातार भर्तियाँ की है जिसके फलस्वरूप वर्तमान में रिक्तियों की संख्या घट कर एक तिहाई रह गई है।
ज्ञात हो कि एम्स पटना ने एक कीर्तिमान स्थापित करते हुए फैकल्टी पदों की प्रथम भर्ती प्रक्रिया के पाँच दिन के अंदर और द्वितीय भर्ती प्रक्रिया के 24 घंटों के अंदर ही परिणाम प्रकाशित कर दिया ।
निदेशक एम्स पटना ने बताया की कई महीनों से रिक्त पड़े तीन सुपर स्पेशलिटी विभाग जैसे किडनी रोग , हृदय रोग एवं न्यूरोलॉजी विभाग में कुछ रिक्तियो भर ली गई हैं और तीनों ही विभाग अभी सेवाएँ प्रदान कर रहे है।
एम्स पटना ने सेवाओं का विस्तार करते हुए कई नये प्रोजेक्ट शुरू किए हैं जिनमे एक बर्न हॉस्पिटल भी इसी साल अगस्त तक तैयार हो जाने की उम्मीद है क्योंकि इसका निर्माण अपने अंतिम चरण में है। एम्स पटना को एक अलग अकादमिक भवन बनाने के लिए भी मंत्रालय से बजट स्वीकार हो चुका है जिसका प्रयोग पठन पाठन व रिसर्च के लिये किया जाना है।
निदेशक एम्स पटना ने नया उदाहरण प्रस्तुत करते हुए हाल ही में कार्य का उचित वितरण और विकेंद्रीकरण करते हुए क़रीब 90 नये पदों पर अपने फैकल्टी को डीन स्टूडेंट अफ़ेयर्स, डीन रिसर्च, डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, एसोसियेट डीन, सब डीन, फैकल्टी फाइनेंस, फैकल्टी रिसर्च इत्यादि विभिन्न पदों पर चयन किया है।
सेवाओंके विस्तारकी श्रृंखला में एम्स पटना ने लगभग 96 करोड़ रुपये की उपकरणों की ख़रीददारी स्वीकृत की है जिसमे से दस करोड़ के उपकरण ख़रीदे जा चुके हैं और अगले दो तीन महीनों में सभी स्वीकृत उपकरण ख़रीद लिए जाएँगे।
प्रेस वार्ता में अस्पताल अधीक्षक प्रोफेसर चंद्रमणि सिंह ने भी अस्पताल में मौजूद सुविधाओं के बारे में अद्यतन जानकारी साझा की। डीन प्रोफेसर उमेश कुमार भदानी ने एम्स मे छात्रों के एडमिशन , उनके लिए उपलब्ध सुबिधाओं पर प्रकाश डाला। डॉ संजीव कुमार, हेड कार्डियोथोरेसिक सर्जरी और कोविड के नोडल अधिकारी ने एम्स पटना में कोविड व अन्य वायरस जनित बीमारियों की तैयारियों पर जानकारी दी. एम्स पटना के प्रवक्ता डॉ श्रीकांत भारती ने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिये और कहा कि पत्रकारों और एम्स पटना के बीच सूचना साझा करने की प्रक्रिया को और भी सुगम बनाया जाएगा ।