- सत्यदेव राम ने संजय सरावगी से की माफी मांगने की मांग
पटना। विधानसभा के बजट सत्र के आज चौथे दिन की शुरुआत के साथ ही भाकपा- माले के नेता विधानसभा पोर्टिको के बाहर अपनी मांगों को लेकर हंगामा किया। माले के विधायकों के हाथ में पोस्टर और ये लोग भाजपा के नेता के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होते ही माले विधायक सत्यदेव राम ने संजय सरावगी के बयान पर माफी मांगने को लेकर जमकर हंगामा किया। सत्यदेव राम ने तंज कसते हुए कहा कि बजट सत्र के तीसरे दिन भोजनावकाश के बाद भाजपा विधायक संजय सरावगी ने सदन के अंदर जिस तरीके की बात कही वह सबको कहने का अधिकार है। ‘कहां गया महबूब यह जमींदारी भाषा सदन के अंदर नहीं चलेगी’।
सदन के बाहर विरोध जताते हुए माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि मुझे भाजपा के नेता के तरफ से सदन के अंदर जिन्ना और मीर जाफर का औलाद कहा गया। अब मैं कहता हूं मेरा जिन्ना और मीर जाफर से कोई संबंध नहीं है। अब इसी को लेकर अब हम लोग भाजपा विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही हम लोग संजय सरावगी को बर्खास्त किए जाने की मांग कर रहे हैं। दरअसल, बुधवार को बजट सत्र के तीसरे दिन भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई तो भारी हंगामा हुआ। भाजपा विधायक संजय सरावगी ने सदन में सवाल उठाया और कहा था कि कल माले विधायक महबूब आलम ने भाजपा के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद भी विधानसभा अध्यक्ष ने नहीं रोका। संजय सरावगी ने आपा खोते हुए कहा कि कहां गया मीरजाफर की औलाद महबूब आलम, कहां गया …उस पर कार्रवाई करिए। भाजपा विधायक संजय सरावगी यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि महबूब आलम लेनिन की औलाद है, वह चाईना की औलाद है। वह बंगलादेशी की औलाद है। विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि उस पर आपने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद विवाद बढ़ गया। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि असंसदीय शब्दों को हटाया जाएगा। संजय सरावगी के इसी बयान पर आज गुरुवार को सदन में एक बार फिर बवाल हो गया।