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तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले पर गरमाई सियासत, विधानसभा में हंगामा

तेजस्वी यादव पर  तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के साथ केक खाने पर तंज

पटना। तमिलनाडु में बिहारियों पर हुए कथित हमले को लेकर भाजपा ने नीतीश-तेजस्वी सरकार पर हमला बोला है। भाजपा विधायक हरी भूषण ठाकुर बचौल ने उप मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगते हुए कहा कि तमिलनाडु में जिस तरह से मजदूरों की हत्या की गई है। उन्हें वहां अपमानित किया जा रहा है और तेजस्वी यादव चार्टर्ड प्लेन में बैठ कर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के साथ केक खा रहे हैं। यह शर्म की बात है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा।

वहीं इस मामले में राजद के मुख्य प्रवक्ता व विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि यह भाजपा का एजेंडा है। वो लोग ऐसा प्रचार प्रसार कर रहे हैं। सभी राज्य भारत का हिस्सा हैं। यहां कोई किसी भाषा बोलने पर किसी को नहीं मारता बाकि जो घटना हुई है वह जांच का विषय है। मेरी भी मांग है सरकार इसकी जांच करा के दोषियों पर कार्रवाई करें। भाजपा के आरोप पर कहा कि ये नाथूराम गोडसे को मानने वाले लोग है। ये देश को तोड़ना चाहते हैं। वहीं माले विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि अगर ऐसा कुछ हुआ है तो यह बहुत गलत है। बिहार सरकार को तमिलनाडु सरकार से बात करके तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि तमिलनाडु में ऐसा कुछ माहौल नहीं है। फिर भी अगर ऐसा हो रहा तो इसकी जांच कर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जबकि कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि यह बहुत ही दर्दनाक घटना है। पहले भी बिहार के मजदूरों के साथ ऐसी घटना हुई है। बिहारियों के साथ ऐसी घटना बहुत निंदनीय है। अगर हिंदी बोलने पर हत्या हो रही है तो तमिलनाडु सरकार को इस पर एक्शन लेना चाहिए। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

तमिलनाडु में बिहारियों  पर हमले की घटना को लेकर विधानसभा में हंगामा, भाजपा विधायकों ने सदन में रिपोर्टिंग टेबल पलटा  और कुर्सियां पटक दी

विधानसभा के बजट सत्र के आज चौथे दिन भाजपा सदस्यों ने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमला मामले को लेकर जमकर हंगामा किया और सदन से वॉकआउट कर गए। दरअसल, तमिलनाडु में हो रही बिहारी मजदूरों की हत्याओं को लेकर आज विधानसभा के बाहर भाजपा विधायकों ने प्रदर्शन किया। भाजपा ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सदस्यों ने कानून-व्यवस्था और तमिलनाडु मामले को लेकर विरोध जताया और सरकार को घेरने का प्रयास किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने इस मामले को शून्यकाल में उठाने को कहते हुए सदन की कार्यवाही चलने देने का अनुरोध किया।

लेकिन भाजपा विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के अपील को ठुकराते हुए वेल में आकर हंगामा किया गया। इतना ही नहीं विरोध जताते हुए रिपोर्टिंग टेबल पलट दिया गया और सदन में कुर्सियां पटकीं। इसके बाद कार्रवाई से वॉकआउट कर दिया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा की तमिलनाडु के अंदर जिस तरह बिहारी लोगों के साथ बर्बरतापूर्वक पिटाई की गई है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन इसके बावजूद बिहार का मुख्यमंत्री इस पर चुप्पी साधे हुए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि संसदीय कार्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों सदन के अंदर आए तक नहीं। इसको लेकर जब हम लोगों ने सदन में जवाब मांगा तो कोई जवाब देने को तैयार भी नहीं है। उन्होंने कहा कि जब हम लोग इसका जवाब लेने के लिए आसन पर बैठे विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया, लेकिन वह सदन को ऑर्डर में लिए बिना जबर्दस्ती सदन चलाने का नाटक कर रहे हैं। लोकतंत्र की मर्यादा को धूमिल कर रहे हैं। हम लोग आज बेरोजगारी के मसले को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव में लाए थे, लेकिन सरकार में बैठे लोग सुनने को तैयार नहीं होते हैं।

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इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले को लेकर डीजीपी और गृह सचिव को मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने इसको लेकर ट्वीट किया- ‘मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है। मैंने बिहार के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे बिहार के मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

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