लाखो रुपए नगद समेत लाखों के जेवरात कीमती सामानों पर किया चोरों ने हाथ साफ
उपेंद्र कुमार करपी। शनिवार की रात चोरों का एक समूह ने गांव के अंदर 4 घरों पर हाथ साफ कर दिया। चार ताला बंद घरों को चोर ने निशाना साधा। चोरी की घटना किंजर थाना क्षेत्र की है। रविवार को अहले सुबह इस की जानकारी आसपास के लोगों द्वारा किंजर थानाध्यक्ष एवं स्थानीय चौकीदार अमरेंद्र कुमार को दिया गया। चोर गिरोह ने कोचहसा निवासी विनोद रजक ने बताया कि वह अपने घर को बंद कर दूसरे मकान में सोने चले गए ।वही चरो ने बंद मकान का ताला तोड़कर कमरा के सारे दरवाज तोड़ते हुए घर में रखा चावल एवं खाने के समाग्री बर्तन बक्सा को तोड़ दिया। विनोद रजक ने बताया कि घर में रखा रुपए एवं जेवर समेत अन्य कीमती वस्तुओं पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया है। तीन बजे भोर में जैसे ही मकान पर पहुँचा तो देखा कि गेट पर ताला तोड़कर सारा सामान आंगन में फेंका हुआ है। वही पिंटू साव के बन्द मकान को ताला तोड़कर घर में रखा कपड़ा समेत अन्य समाग्री फेका हुआ है।
यह चोर गिरोह काफी शातिर था।इधर चोरो का गिरोह ने विश्वनाथ सिंह कुशवाहा के बन्द मकान से लाखों रुपए नगद समेत विश्वनाथ सिंह कुशवाहा एवं दोनों भाई के पत्नी के सोने चांदी के मंहगे आभूषण समेत अन्य कीमती सामानों पर हाथ साफ कर दिया।वही चोरो ने सुरेंद्र सिंह समेत आस पास के घरों के दरवाजा की कुंडी बाहर से ही बन्द कर दिया था। वही चोर गिरोह ने चिरारी विगहा विजय सिंह के बन्द मकान को निशाना साधा। बन्द मकान के सारे ताला तोड़कर कर कीमती जेवरात व सामानों पर हाथ सर पढ़ते हुए कपड़ा समेत अन्य सामान को घर एवं आंगन में फेंक दिया । वही चोर गिरोह ने कोचहासा हनुमान मंदिर के पास रोजा पर खड़ी टेम्पू से हजारों रुपए मूल्य के जैक की चोरी कर लि। शनिवार को रात में चोरो की आतंक से कोचहासा गांव के लोगों में डर का माहौल कायम रहा। बताते चलें कि कोचहसा गांव में पहले भी एक ही रात में पाँच घरों में लाखों की जेवरात एवं कीमती सामान चोरी हो चुकी है। चोरी की चर्चा कोचहासा गांव की गलियों में जंगल में लगी आग की तरह रविवार को सुबह फैल गई। ग्रामीण सह करपी प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि सुधीर कुमार ने चोरी की घटना की कड़ी निंदा करते हुए पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है। गांव के लोगों ने बताया कि लगातार हो रही इस चोरी की घटना के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं वर्क तक चोरों को पकड़ने में सफलता हासिल नहीं कर पाई है। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।