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अपराध मुक्त समाज के लिए नैतिक शिक्षा आवश्यक : ब्रम्हाकुमारी बबीता दीदी

सुरेश कुमार सिंह की रिपोट सिमराही, राघोपुर सुपौल

सुपौल। नगर पंचायत सिमराही बाजार, के निजी स्कूल में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सिमराही के द्वारा ब्रम्हाकुमारी बबीता दिदी जी ने सभी स्टूडेंट को पढ़ाया नैतिक शिक्षाओं का पाठ । नैतिक शिक्षाओं के द्वारा अपराध मुक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है । उन्होंने कहा कि कुसंग ,व्यसन ,सिनेमा और फैशन से आज की युवा पीढ़ी भटक रही है ।इन्हीं कारणों से वर्तमान समय अपराध बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नैतिक शिक्षा और आध्यात्मिकता से ही युवा पीढ़ी को सही दिशा मिल सकती है ।नैतिक शिक्षा से ही मानवीय मन में रचनात्मक और सकारात्मक चेतना का विकास होता है ।आज समाज देश व विश्व की स्थिति से हमारा समाज विकसित नहीं होता बल्कि नैतिक शिक्षाओं से सर्वांगीण विकास होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा एक बीज है और जीवन एक वृक्ष जब तक हमारे जीवन रूपी वृक्ष को नम्रता ,धैर्यता सौंदर्य ,भाईचारा ,आपसी स्नेह ,सत्यता ,इमानदारी आदि आदि सद्गुण रूपी फल नहीं आते तब तक हमारी शिक्षा अधूरी है । नैतिकता से हमारे व्यवहार संस्कार में निखार आता है।

राजयोगिनी बबीता दीदी जी ने कहा कि नैतिक शिक्षाओं से समाज में फैली हुई ईर्ष्या,घिरना, नफरत, वैर ,विरोध और अहंकार को नष्ट किया जा सकता है। शिक्षा का मूल उद्देश्य बताते हुए बबीता दीदी ने कहा कि चरित्रवान बनना विकार व्यसन नशा और बुराइयों से स्वयं को मुक्त करना ही शिक्षा का मूल उद्देश्य है ।जो ज्ञान अज्ञान रूपी अंधकार से ज्योति या प्रकाश की ओर असत्य से सत्य की ओर ले जाए वही सच्चा ज्ञान है।

ब्रह्माकुमारिज संस्थान के ब्रह्माकुमार किशोर भाई जी ने अपने उदबोधन देते हुए कहा कि जब तक हमारे व्यवहारिक जीवन में परोपकार ,त्याग ,उदारता, नम्रता ,सहनशीलता आदि ..सद्गुण नहीं आते तब तक हमारी शिक्षा अधूरी है। किशोर भाई जी ने बताया कि आज के बच्चे कल का समाज है। अगर कल के समाज को अपराध मुक्त बनाना चाहते हैं तो वर्तमान के बच्चों को नैतिक शिक्षाओं से संस्कारित करने की आवश्यकता है। संस्कारित शिक्षा की कमी ही वर्तमान समय अपराधो का मूल कारण है। उन्होंने कहा कि हम विकसित देशों के श्रेणी में शामिल होने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन समाज में फैली हुई दूर भावनाएंऔर शिक्षा चिंता का विषय है ।उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में सामना कर तनावमुक्त बनने के लिए नैतिक शिक्षाओं की जरूरी है। अपराध मुक्त बनने के लिए आत्मानुभूति की आवश्यकता है ।
मौके पर स्कूल के प्रिंसिपल मंदिरा कुमारी, पिंकी कुमारी, प्रीति कुमारी, कुंदन कुमार ,राज ठाकु,र संदीप कुमार ,राजेश कुमार ,आनंद कुमार इत्यादि सभी शिक्षकों भी उपस्थित रहे।

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