जल निकासी पंप नहीं लगने से रूपसपुर और आसपास में भारी जलजमाव, लाखों का नुकसान
दानापुर.अजीत @ बेली रोड से लेकर खगौल तक और दोनों तरफ फैली कॉलोनियों में इस समय जलजमाव की स्थिति भयावह बनी हुई है.आईपीएस मोड़ और आसपास की कॉलोनियों से जुड़ने वाले कई लिंक रोड पर पानी भर जाने से हजारों की आबादी प्रभावित है. आरपीएस, विजय विहार, एल आई सी कॉलोनी, मानसरोवर, महावीर कॉलोनी, आरपीएस महिला कॉलोनी, आरपीएस लॉ कॉलेज के पीछे की कॉलोनियां और रूपसपुर न्यू थाना के पास के इलाके कई दिनों से जलमग्न है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि बुनियादी सुविधाओं के नाम पर हर साल बरसात में वही हालात दोहराए जाते हैं. इस बार भी जल निकासी पंप नहीं लगाए गए, जिससे पानी घरों और अपार्टमेंट के बेसमेंट तक घुस गया है. कई निचले इलाकों में खड़े पानी ने गलियों को तालाब में बदल दिया है. कीचड़ और गंदे पानी के बीच लोग आने-जाने को मजबूर हैं, वहीं कई जगह वाहनों के पलटने और लोगों के घायल होने की घटनाएं सामने आई हैं। जलजमाव से न केवल सड़कें और घर प्रभावित हैं, बल्कि बदबू और संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है. इन कॉलोनियों में स्थित डेयरी और खटाल से निकलने वाला गोबर और गंदगी पानी में मिलकर पूरे इलाके में फैल रही है, जिससे माहौल दुर्गंधमय हो गया है।

मां मैरेज हॉल के संचालक विद्यानंद रघुराम पुरी ने बताया कि हॉल में पानी घुस जाने से फर्नीचर, सजावट का सामान और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पूरी तरह बर्बाद हो गए. “हमारा लाखों का नुकसान हो चुका है. अगर बारिश से पहले जल निकासी की उचित व्यवस्था होती तो हालात इतने बिगड़ते नहीं. टैक्स हम समय पर देते हैं, लेकिन देखने वाला कोई नहीं है,” उन्होंने नाराजगी जताई.लोगों का आरोप है कि प्रशासन कागजों पर पानी निकालने का दावा कर रहा है, जबकि हकीकत में स्थिति जस की तस बनी हुई है. अब मोटर पंप से पानी निकालने की कोशिश हो रही है, लेकिन तब जब घरों का सामान बर्बाद हो चुका है।

स्थानीय निवासी और समाजसेवी भी कह रहे हैं कि यह इलाका नगर परिषद, नगर निगम और नगर पालिका के बॉर्डर में आता है, जिसके कारण जिम्मेदारी तय नहीं हो पाती. वार्ड पार्षद की चुप्पी और नगर प्रशासन की निष्क्रियता ने लोगों के गुस्से को और भड़का दिया है. बरसात के बीच यह जलजमाव अब लोगों के लिए सिर्फ परेशानी नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा बन गया है.