फुलवारी शरीफ. जानीपुर थाना क्षेत्र के नगवां गांव में दो मासूम भाई-बहन अंशु और अंजलि की निर्मम हत्या के खिलाफ शुक्रवार की शाम जानीपुर बाजार में कैंडल मार्च निकाला गया. इस शांतिपूर्ण लेकिन भावनात्मक मार्च में हजारों की संख्या में बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता, नौजवान और आम लोग शामिल हुए.

कैंडल मार्च की अगुवाई स्थानीय विधायक गोपाल रविदास ने की. उनके साथ भाकपा माले के प्रखंड सचिव गुरुदेव दास, जिला परिषद सदस्य दीपक मांझी, प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी, शुभम यादव और बड़ी संख्या में समाजसेवी व आम ग्रामीण शामिल रहे. मार्च जानीपुर बाजार के मुख्य मार्ग से गुजरता हुआ पूरे इलाके में इंसाफ की पुकार बन गया. लोगों ने मोमबत्ती हाथों में लेकर “अंशु-अंजलि को इंसाफ दो”, “हत्यारों को फांसी दो”, जैसे नारे लगाए. मार्च के दौरान पूरा माहौल ग़मगीन और आक्रोश से भरा रहा.

प्रदर्शनकारियों ने साफ तौर पर कहा कि अब केवल गिरफ्तारी नहीं, बल्कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर दोषियों को सख्त सजा दी जाए. वक्ताओं ने प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अभी तक गिरफ्तारी नहीं होना शर्मनाक है. लोगों ने इस दौरान हत्या के पीछे की साजिश का पर्दाफाश करने, हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने और पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवजा देने की मांग की. साथ ही पूरे इलाके में नशा और आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ अभियान चलाने की अपील भी की गई.विधायक गोपाल रविदास ने बताया कि कैंडल मार्च ने एक बार फिर यह साबित किया कि जानीपुर की जनता न्याय के लिए एकजुट है और मासूमों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगी.