5 फीट की ऊंचाई से गुजर रहे 11000 वोल्ट करंट प्रवाहित तार की चपेट में आकर राजमिस्त्री की मौत,
ग्रामीणों ने किया एनएच-83 जाम
फुलवारी शरीफ.अजीत। परसा बाजार थाना क्षेत्र के चिंहूट गांव में बिजली विभाग की घोर लापरवाही से एक मजदूर की मौत हो गई. गांव में केवल 5 फीट की ऊंचाई पर लटक रहे 11000 वोल्ट करंट प्रवाहित तार की चपेट में आकर राजमिस्त्री हीरालाल उर्फ़ हिरा हाजरा उम्र करीब 50 साल की मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश फूट पड़ा और उन्होंने शव के साथ एनएच-83 को जाम कर दिया. लोग शव को उठाकर बिजली कार्यालय में ले जाने की तैयारी में थे, लेकिन समय पर पहुंची पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका. मृतक हीरालाल मोतिहारी के रहने वाले थे जो यहां इस गांव में रहकर राजमिस्त्री का काम करते थे. देर शाम तक बिजली विभाग के अधिकारियों में इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया. ना ही मृतक के परिवार या गांव वालों से जाकर बातचीत की तो नाराज होकर ग्रामीणों ने पुनपुन के पास एन एच 83 हाईवे को जाम कर दिया.बाँ स बल्ला लगाकर नेशनल हाईवे को जाम करने से इस मार्ग से गुजर रहा भारी वाहनों की लंबी कतार लग गई.मौके पर मेनका रानी थाना अध्यक्ष दलबल के साथ पहुंची और लोगों को समझाने बुझाने में जूटी रहे।

घटना के बारे में बताया गया कि मजदूर हीरालाल चिंहूट गांव में एक निर्माणाधीन स्थल पर काम कर रहा था. इसी दौरान ऊपर से गुज़र रहे 11 हजार वोल्ट के झूलते तार से उसका संपर्क हो गया. करंट ने उसे अपनी ओर खींच लिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही परसा बाजार थानाध्यक्ष मेनका रानी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचीं. उन्होंने बताया कि, “बिजली विभाग को इस खतरनाक स्थिति की कई बार जानकारी दी गई थी, लेकिन उन्होंने लापरवाही बरती. लोगों के गुस्से को देखते हुए हमने तत्काल अधिकारियों से संपर्क किया. लोगों को शांत कराया गया और विभाग से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया गया है।

पुलिस द्वारा सूचना देने के बावजूद बिजली विभाग के अधिकारी स्वयं मौके पर नहीं पहुंचे. स्थिति बिगड़ते देख उन्होंने केवल एक बिजली मिस्त्री को भेजा, जिससे लोगों का आक्रोश और भड़क गया. भीड़ ने नारेबाज़ी करते हुए विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।

थाना अध्यक्ष रानी कुमारी ने आश्वासन दिया कि मृतक के परिजनों को बिजली विभाग से उचित मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा और लटकते तार को अविलंब ठीक कराया जाएगा. मृतक हीरालाल एक गरीब परिवार से था, जिसके ऊपर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते बिजली विभाग कार्रवाई करता तो यह हादसा टाला जा सकता था.