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स्कूलों में छुट्टियों पर अब मुख्यमंत्री जल्द पुनर्विचार करेंगे

स्कूलों में छुट्टियों पर मुख्यमंत्री जल्द पुनर्विचार करेंगे-अशोक चौधरी
अपर मुख्य सचिव केके पाठक या शिक्षा मंत्री ने इसे ध्यान से नहीं देखा होगा


स्कूलों में कम-से-कम 220 दिनों की पढ़ाई सुनिश्चित की जाएगी
जदयू -राजद ने कैलेंडर में सुधार की बात कही


पटना । बिहार के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों का कैलेंडर 2024 के जारी होने के बाद शुरू हुए सियासी घमासान के बीच अब नीतीश सरकार भी बैकफुट पर आ गई है। इस पूरे मामले पर अब जदयू ने कहा है कि बिहार के स्कूलों में हिंदुओं की छुट्टी में किसी तरह की कटौती नहीं की गई है। भाजपा भ्रामक बातें कर लोगों को बरगला रही है। भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री इस मामले पर जल्द पुनर्विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि आज 2024 के कैलेंडर को उन्होंने देखा है। त्योहारों को लेकर छुट्टियों पर अपर मुख्य सचिव केके पाठक या विभागीय मंत्री ने ध्यान से नहीं देखा होगा। अब इस मामले में मुख्यमंत्री हस्तक्षेप करेंगे।


अशोक चौधरी ने कहा कि जैसे ही ये मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आएगा, वे इस पर फिर से पुनर्विचार करेंगे क्योंकि प्रदेश की बड़ी आबादी की भावना को आहत नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही यह भी देखा जाएगा कि किसी को कोई नुकसान न हो। इससे पहले भी सुधार हो चुका है, जरूरत पड़ी तो इस मर्तबा भी सुधार किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों में कम-से-कम 220 दिनों की पढ़ाई सुनिश्चित की जाएगी। छुट्टियों का समायोजन ठीक से नहीं हुआ वहीं, जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी माना की छुट्टियों का समायोजन ठीक ढंग से नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की ओर वर्ष 2024 के अवकाश को लेकर दो अधिसूचना जारी की गई है। इस पर शिक्षा विभाग को पुनर्विचार करना चाहिए। 2023 के आधार पर 2024 में छुट्टी लागू होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा धर्म के चश्मे से लोगों को भरमा रही है।

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शिक्षा विभाग की अधिसूचना को गलत तरीके से पेश पर भ्रम फैलाया गया है। राजद भी सूची में सुधार के पक्ष में राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने ही यह तय किया है कि विद्यालयों में अनिवार्य रूप से एक साल में 220 की पढ़ाई हो। बिहार के शिक्षा विभाग ने उसी अनुरूप हिंदू और उर्दू के लिए अलग अलग अवकाश अधिसूचना जारी की है। इसमें कई हिंदू पर्व-त्योहारों की छुट्टियां बढाई गई हैं। उसी तरह मुस्लिम धर्म से जुड़े त्याहोरों को लेकर भी किया गया है। उन्होंने भी रक्षा बंधन की छुट्टी पर विचार करने का अनुरोध किया। साथ ही भाजपा से सवाल किया कि उनकी पार्टी के नेताओं के बच्चे तो जिन मिशनरी और बाहर के स्कूलों में पढ़ते हैं वहां तो इतनी छुट्टी भी नहीं मिलती।

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