सावित्रीबाई भुले का महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया
दानापुर। आज दानापुर के बीबीगंज स्थित अंबेडकर भवन में माता सावित्रीबाई भुले का महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दानापुर अनुमंडल के मलिक मलिक समिति के अध्यक्ष रामबाबू माली द्वारा माता सावित्रीबाई के चित्र पर माल अर्पण करते हुए दीप प्रज्वलित कर किया गया। मौके पर रामबाबू ने कहा कि समाज में बदलाव सिर्फ पुरुषों के बदौलत नहीं बल्कि स्त्रियों के कंधे से कंधे ही मिलकर ही नहीं अपितु उनसे भी आगे बढ़कर कार्य करने से संभव होगा।
सावित्रीबाई फुले जहां विषम परिस्थितियों में शिक्षिका की भूमिका निभाते हुए स्त्रियों को आगे बढ़ाने में अपना अतुलनीय योगदान दिया वहीं वही आज एक समतुलक समाज की संरचना के लिए हर पुरुष महिलाएं अपने सोच में बदलाव लाते हुए एक नई पीढ़ी की निर्माण करें क्योंकि आज जो स्थिति है। वह उस समय की स्थिति से काफी भिन्न है और आज जहां हमें शिक्षा में शिक्षा का अधिकार दिया हुआ है उस समय जब कोई अधिकार नहीं था। स्त्रियां घर में रहती थी फिर भी वह बाहर निकली और लोगों को शिक्षित की। उन्होंने एक नई समाज की संरचना करने में अभूतपुर योगदान दिया। लेकिन आज जब हमे वह बहुत कुछ देकर इस दुनिया से चल बसी। आज हम एक नई सोच और विचार के साथ हम बहुत कुछ बदलाव ला सकते है।अगर हमारे अंदर बदलाव आएगी तो निश्चित है ही नई समाज की संरचना होगी। उन्होंने जो स्वप्न देखा था जिसकी आधार रखी थी उससे आज एक नए समाज ही नहीं एक नई पीढ़ी की निर्माण हो सकता है। इस कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष सुजीत कुमार, आरटीआई एक्टिविस्ट राकेश रॉय, नितीश कुमार, शशि कुमार रतन वर्मा, भरत प्रसाद, सुरेश राम, राजू कुमार सुबोध कुमार, सुमन भारती, प्रेरणा कुमारी, कुमार गौरव, टुनटुन कुमार आदि मौजूद थे।