विश्व जैव विविधता दिवस का हुआ आयोजन
दानापुर। सोमवार को कृषि कार्यालय ग्राम पंचायत सरारी दानापुर मे पटना मे मौसम-आधारित कृषि परामर्श सेवाओं के माध्यम से किसानों के बीच जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सेंटर फॉर स्टडीज ऑन एनवायरनमेंट एंड क्लाइमेट, एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट के पर्यावरण सूचना, क्षमता निर्माण एवं आजीविका और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, पटना के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन दानापुर के पूर्व विधायक श्रीमती आशा सिन्हा ने वृक्षारोपण कर किया।कार्यक्रम का उद्देश्य ‘प्रकृति के साथ सामंजस्य और सतत विकास’ मानवीय गतिविधियों को प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्रों के साथ संतुलित करने की आवश्यकता को रेखांकित करना एवं ऐसी सतत प्रथाओं को बढ़ावा देने था जो विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन सुनिश्चित करे।

इस जागरूकता कार्यक्रम के मुख्य रिसोर्स पर्सन डॉक्टर आशीष कुमार, मौसम वैज्ञानिक, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, पटना ने किसानों के बीच बज्रपात के प्रकारों की चर्चा की, साथ ही यह भी बताया की बज्रपात की घटना होने से कैसे क्षति से बच जा सकता है। उनहोंने मौसम विज्ञान विभाग के दामिनी एप की चर्चा की, जिससे किसान भाई बज्रपात होने के पूर्व की जानकारी से अवगत करवाते हुए कहा कि

विकासशील क्षेत्रों के किसान जलवायु परिवर्तन और चरम मौसम की घटनाओं के प्रभावों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होते जा रहे हैं, जिससे फसल उत्पादन, खाद्य सुरक्षा और आजीविका पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। मौसम-आधारित कृषि परामर्श सेवाओं के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि यह उन्हें जलवायु परिवर्तन और मौसम की अनिश्चितता से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाता है।

इससे फसल क्षति में कमी आती है, संसाधनों का बेहतर उपयोग होता है और उत्पादकता बढ़ती है। यह जानकारी किसानों को बेहतर निर्णय लेने, जोखिम प्रबंधन करने और पर्यावरणीय आपदाओ से निपटने में मदद करती है। आद्री के डॉक्टर मौसमी गुप्ता एवं डॉक्टर सुनील गुप्ता ने किसानों को बताया की जानकारी ही बचाव है, आप जितनी ज्यादा जानकारी अपने पास रखेंगे, क्षति उतनी ही कम होगा।

उनहोंने यह भी बताया की कृषि वैज्ञानिक परिवर्तित होते जलवायु के हिसाब से बीजों को विकसित कर रहे हैं, ताकी किसान भाइयों को ज्यादा से ज्यादा गुणवत्तापूर्ण फसलों का उत्पादन कर सके। मौके पर आद्री के इंद्रजीत गोस्वामी, गुलशन पटेल, मौसम कुमार और पूजा गुप्ता सहित संस्था के अन्य पदाधिकारी एवं सैकड़ो की संख्या मे किसान मौजूद थे।