रेल चालकों ने दानापुर रेलमंडल के मुख्यालय के सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया
खगौल। सोमवार को ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन अलारसा के बैनर तले अत्यधिक संख्या में रेल चालकों ने दानापुर रेलमंडल के मुख्यालय के सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। मौके पर अलारसा के जोनल सेकेट्री कामरेड एके रावत ने रेल चालकों के मुद्दों को रेल प्रशासन के सामने रखा। वही उन्होंने कहा कि एनपीएस और यूपीएस दोनो को बंद करके सरकार को ओपीएस लागू करना होगा अन्यथा पूरे देश में प्रदर्शन चलता रहेगा, जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी।
वही अ ला रा सा के जनरल सेकेट्री के सी जेम्स ने कहा रनिंग स्टाफ भारतीय रेल की रीढ़ है। रनिंग स्टाफ की वजह से ही भारतीय रेल पूरे विश्व में अपनी कृतिमान सथापित कर रही है।वहीं रनिंग स्टाफ के समस्याओ के प्रति रेल प्रशासन का उदासीन रवैया भारतीय रेलवे के लिए सही नही है।
वही ए ला र सा के मंडल मंत्री सर्वेश कुमार ने कहा कि इस बार सरकार गिरते गिरते बची है फिर भी अगर ओ पीvएस लागू नहीं करती है तो अगले चुनाव में हार की जिम्मेवार खुद होगी। इस दौरान ई सिआर के यू के महासचिव मृत्युंजय कुमार के साथ अ ला र सा के आरसी पटेल, अजीत कुमार प्रेम, महाराणा प्रताप, संतोष कुमार,आशीष रंजन,कमल कुमार,रणधीर कुमार,जितेंद्र कुमार, अवधेश कुमार सिंह, राजू कुमार आदि ने निजीकरण, रिक्त पदों को भरने सहायक लोको पायलट को को पायलट का दर्जा,मालगाड़ी में नौ घंटे की ड्यूटी लागू करना, सोलह प्लस तीस घंटे का साप्ताहिक रेस्ट लागू करने आदि के मुद्दे उठाए। इसके बाद रनिंग स्टाफ के प्रतिनिधि मंडल ने रेल प्रशासन को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में निम्नलिखित मुद्दा दर्शाया
* रनिंग स्टाफ को प्रतिदिन 30+16=46 घंटे का विश्राम दिया जाए।
*सहायक लोको पायलट को सह-पायलट का दर्जा दिया जाए।
* सहायक लोको पायलट (एएलपी) को जोखिम भत्ता दिया जाए।
* वकीलों के स्थानांतरण नियम की घोषणा कर उसे तत्काल लागू किया जाए।
* बोर्ड वरीयता सूची के अनुसार मेमू प्रशिक्षण कराया जाए।* संशोधन संख्या 10 को तत्काल वापस लिया जाए। *सहायक लोको पायलट को एफ बी डी ढुलाई करवाकर कुली बनाने की प्रथा तत्काल प्रभाव से बंद की जाए। इत्यादि मांगों को रखा।