मातृ दिवस पर नौनिहालों ने दी भावनात्मक प्रस्तुतियाँ
मातृशक्ति को समर्पित रंगारंग कार्यक्रम
फुलवारी शरीफ से अजीत कि रिपोर्ट
फुलवारी शरीफ, पटना. शनिवार को मदर्स इंटरनेशनल अकादमी, फुलवारी शरीफ मे मातृ दिवस का आयोजन विद्यालय के सभागार मे किया गया. इस अवसर पर ‘मॉन्टेसरी’ वर्ग के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपनी प्रतिभा और कला से यह सिद्ध कर दिया कि हुनर उम्र का मोहताज नहीं होता है। बच्चों ने मंच पर अपनी प्रस्तुति के माध्यम से मातृशक्ति की ममता, त्याग और प्रेरणा को जीवंत कर दिया. उन्होंने यह संदेश दिया कि माँ की ममता जीवन को संजीवनी देती है, हमें हिम्मत और सुरक्षा का एहसास कराती है, और जीवन की सबसे गहरी सीख प्रदान करती है।

कार्यक्रम में बच्चों ने अंग्रेजी कविता, हिंदी राइम्स, अंग्रेजी भाषण और उर्दू भाषण के जरिए अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त किया. इनके माध्यम से उन्होंने माँ के प्रति प्रेम और आभार को गहराई से दर्शाया। आगंतुक माताओं के सम्मान में मनोरंजक खेलों का आयोजन भी किया गया. इनमें ब्लाइंड फोल्ड, म्यूजिकल चेयर, बॉल्स गेम और डम्ब शराड्स जैसे खेलों ने सभी को आनंदित कर दिया।

मंच पर प्रस्तुति देने वाले बच्चों के नाम हैं– रूहान, मधुरव, अरीबा, आरूष, सुफियान, इफरा, अलीज़ा, नमीरा, अनाबिया, अंबरी, इमाद और आदित्या. स्वागत गान की मनमोहक प्रस्तुति कायशा हीना, राइमा रज़ा, प्रज्ञा सिन्हा, सानिया खालिद, ताहिरा ज़ैनब, शानिका युसूफ, आलिशा खान, सिफा परवीन, साइमा परवीन और मंतशा मोहसिन ने दी. विद्यालय के निदेशक अरशद अहमद ने मातृ दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि माँ ही बच्चे की पहली गुरु होती है, जो उसे जीवन जीने की शिक्षा देती है. माँ की ममता, प्रेम और बलिदान की कोई तुलना नहीं हो सकती।

विद्यालय की प्राचार्या सुप्रिया चटर्जी ने माताओं और बच्चों का अभिनंदन करते हुए कहा कि माँ ऐसा अस्तित्व है जो सबकी जगह ले सकती है, लेकिन जिसकी जगह कोई नहीं ले सकता. ‘माँ’ केवल एक शब्द नहीं, बल्कि यह प्रेम, त्याग और स्नेह से ओत-प्रोत ब्रह्मांड की सबसे पवित्र भावना है. उन्होंने कहा कि आज मातृ दिवस पर उपस्थित माताओं को सम्मानित करके वह गर्व और गौरव का अनुभव कर रही हैं. सभागार में उपस्थित माताओं ने बच्चों की प्रस्तुतियों का भरपूर आनंद लिया और विद्यालय के इस प्रयास की सराहना की.