महावीर कैंसर संस्थान में स्वर्गीय आचार्य किशोर कुणाल के 75वीं जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा का हुआ अनावरण
गरीब कैंसर मरीजों के उच्च स्तरीय इलाज की व्यवस्था करके गरीबों के मसीहा बने किशोर कुणाल : नीतीश कुमार
कुणाल जी ने गरीब मरीजों की सेवा और धर्म के लिए अपना जीवन समर्पण किया : किरण रिजुजू
अजीत यादव कि रिपोर्ट
फुलवारी शरीफ। रविवार को महावीर कैंसर संस्थान परिसर मे स्वर्गीय आचार्य किशोर कुणाल की 75वीं जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया गया। साथ ही महावीर कैंसर संस्थान परिसर में प्रस्तावित किशोर कुणाल धर्मशाला का भी शिलान्यास किया गया। वही अहमदाबाद में हुए विमान दुर्घटना की खबर मिलते ही कार्यक्रम को संक्षिप्त कर दिया गया।

मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य किशोर कुणाल गरीबों के लिए मसीहा थे उनके प्रयास से गरीब कैंसर मरीजों को बेहतर और सस्ती चिकित्सा सेवा उपलब्ध हो रही है. बिहार सरकार का भी महावीर कैंसर संस्थान को लगातार सहयोग मिलता रहा है। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि आचार्य किशोर कुणाल एक देवदूत के रूप में दिन-रात गरीबों और धर्म के लिए कार्य करते थे. प्रतिमा का अनावरण करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।

इस अवसर पर ट्रस्टी सायन कुणाल ने आगत अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि उनके पिता स्वर्गीय किशोर कुणाल का सपना गरीबों को सम्मानजनक इलाज दिलाना था. उन्होंने महावीर मंदिर, अयोध्या के राम मंदिर, पश्चिम चंपारण का विराट रामायण मंदिर, राम रसोई, सीता रसोई जैसे कई धार्मिक और सेवा कार्यों की जानकारी दी।

चिकित्सा अधीक्षक डॉ एल. बी. सिंह ने बताया कि आचार्य किशोर कुणाल के विजन और प्रयास से महावीर कैंसर संस्थान गरीब मरीजों के लिए जीवनदायिनी संस्था बन चुकी है. यहां विश्वस्तरीय कैंसर इलाज न्यूनतम खर्च में उपलब्ध है।उन्होंने बताया कि 25 जून से रोटरी इंटरनेशनल के सहयोग से एक मोबाइल कैंसर डिटेक्शन वैन की शुरुआत की जाएगी, जो पूरे बिहार में जाकर कैंसर की निशुल्क जांच करेगी. साथ ही 12 दिसंबर 2026 को किशोर कुणाल बाल कैंसर अस्पताल का शुभारंभ किया जाएगा।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री विजय चौधरी, मंत्री अशोक चौधरी, सांसद संजय झा, सांसद शांभवी चौधरी, डॉ दिलीप जायसवाल, डॉ सुमित समेत न्यायमूर्ति एस. एन. झा, अस्पताल के निदेशकगण, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, डॉक्टर, कर्मचारी और हजारों लोग मौजूद थे। अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनीषा सिंह ने किया।