टीम की मौजूदगी में प्रशासन ने पीड़ित परिवार को ₹4 लाख का चेक सौंपा, पीड़िता की मां को ₹7,700 प्रतिमाह पेंशन की घोषणा
स्पीडी ट्रायल और कठोर सजा की उठाई गई मांग
फुलवारी शरीफ से अजीत यादव कि रिपोर्ट
फुलवारी शरीफ। मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी प्रखंड अंतर्गत जगन्नाथपुर गांव में बलात्कार की शिकार 10 वर्षीय बच्ची विशाखा कुमारी की मौत के बाद सोमवार को भाकपा (माले) की तीन सदस्यीय जांच टीम ने गांव का दौरा किया और पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की.
टीम में फुलवारी शरीफ के विधायक व भाकपा (माले) की केंद्रीय कमिटी के सदस्य कॉ. गोपाल रविदास, अगिआंव के पूर्व विधायक कॉ. मनोज मंज़िल और ऐपवा (एपवा) की राज्य सचिव कॉ. अनीता सिन्हा शामिल थी।

फुलवारी शरीफ के विधायक कॉ. गोपाल रविदास ने बताया कि घटना के बाद आरोपी की गिरफ्तारी तो हुई, लेकिन प्रशासन ने पीड़ित परिवार को कोई मुआवज़ा नहीं दिया था. इस पर उन्होंने जिलाधिकारी और एसएसपी, मुजफ्फरपुर से दूरभाष पर बातचीत कर प्रशासनिक हस्तक्षेप किया.दबाव के बाद बीडीओ को गांव भेजा गया और टीम की मौजूदगी में ₹4 लाख से अधिक की मुआवज़ा राशि पीड़िता की मां उर्मिला देवी को सौंपी गई. इसके अलावा, विधायक रविदास और उनकी टीम की पहल पर प्रशासन ने यह घोषणा की कि पीड़िता की मां को ₹7,700 प्रतिमाह पेंशन दी जाएगी।

भाकपा (माले) ने इस जघन्य अपराध की कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन से मांग की है कि आरोपी को स्पीडी ट्रायल (त्वरित न्याय प्रक्रिया) के तहत कठोरतम सजा दी जाए. पार्टी ने कहा कि ऐसे मामलों में किसी तरह की ढिलाई समाज में गलत संदेश देती है और प्रशासन को पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करनी चाहिए।

बताया गया कि हरपुर बलरा गांव के निवासी रोहित साहनी ने विशाखा कुमारी को बहला-फुसलाकर अगवा किया और उसके साथ बलात्कार किया. इसके बाद बच्ची को बेरहमी से पीटा गया. गंभीर रूप से घायल बच्ची को परिजनों ने अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे पीएमसीएच रेफर किया गया। इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई.