BiharCrimeHEALTHLife StylePatnaVaishali

पटना एम्स में जिंदगी से जूझ रहा चमरहरा महनार का किशोर

5 जुलाई को स्कूल से लौटते वक्त 15 वर्ष के आदित्य पासवान को अंशु पासवान ने मार दिया था चाकू

परिजनों ने कहा – राजनीतिक दबाव में फंसी है पूरी कार्रवाई, आरोपी अब भी फरार

परिवार के लोगों का आरोप मेहनत पुलिस ने अब तक नहीं लिया घायल का बयान

फुलवारी शरीफ, अजीत। महनार थाना क्षेत्र के चमरहरा गांव में चाकूबाजी में गंभीर रूप से घायल हुए 16 वर्षीय किशोर आदित्य कुमार सिंह का इलाज फिलहाल पटना एम्स में चल रहा है. उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. एम्स में उसके इलाज के लिए परिजन दिन-रात संघर्ष कर रहे हैं. आदित्य के चाचा अभिषेक कुमार सिंह, समरेश कुमार सिंह और निर्भय कुमार सिंह समेत गांव के कई लोग एम्स में मौजूद हैं और बेहतर इलाज की गुहार लगा रहे है।

Advertisement

परिजनों का आरोप है कि इतनी गंभीर घटना के बाद भी महनार पुलिस और हाजीपुर सदर अस्पताल प्रशासन ने अब तक आदित्य का बयान तक दर्ज नहीं किया है. पुलिस की लापरवाही और निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए परिजनों ने दावा किया कि राजनीतिक दबाव में पुलिस आरोपी को बचाने की कोशिश कर रही है. हमलावर युवक अंशु पासवान घटना के कई दिन बाद भी खुलेआम गांव में घूम रहा है और उसके परिजन अब पीड़ित परिवार को धमकियां भी दे रहे हैं. परिवार के लोगों का कहना है कि फेसबुक पर चाकू मारने वाला अंशु पासवान पिस्टल के साथ अपनी तस्वीर अपलोड किए हुए हैं. जो बताता है कि हमला करने वाला युवक बदमाश प्रवृत्ति का है।

परिजनों के अनुसार, हमले के बाद सबसे पहले आदित्य को इलाज के लिए महनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहां से गंभीर स्थिति को देखते हुए 10 जुलाई को पटना एम्स रेफर किया गया. वर्तमान में एम्स में उसकी हालत बेहद गंभीर है और वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।

अब जानिए पूरा मामला

यह घटना 5 जुलाई को हुई थी, जब आदित्य स्कूल से लौट रहा था. उसी दौरान गांव के ही युवक अंशु पासवान ने रास्ते में घात लगाकर आदित्य पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया. अंशु, गांव के ही शिवजी पासवान का नाती है और चमरहरा में अपने ननिहाल में रह रहा था. चाकू से बुरी तरह जख्मी आदित्य को स्थानीय लोगों की मदद से तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।

इस घटना को लेकर महनार थाना में 6 जुलाई को नामजद एफआईआर दर्ज की गई है, लेकिन आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है. परिजनों का कहना है कि पुलिस सिर्फ खानापूर्ति कर रही है और आरोपी के नाना-नानी को थाने में बैठा कर छोड़ने के लिए ऊपर से दबाव बनाया जा रहा है।

घटना के बाद से चमरहरा गांव में गहरा तनाव और दहशत का माहौल है. लोगों में आक्रोश है कि दिनदहाड़े छात्र पर हमला हुआ और अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही. पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डीजीपी और पुलिस प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button