BiharCrimeLife StylePatna

नगवां में भाई-बहन की रहस्यमयी मौत से पसरा सन्नाटा. परिवार पर टूटा कहर. जांच में उलझी पुलिस.

फुलवारी शरीफ. राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ जानीपुर के नगवां गांव में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया. गांव के ललन गुप्ता और शोभा देवी के दो मासूम बच्चों की मौत का रहस्य अब तक बरकरार है. स्कूल से लौटे भाई-बहन की लाशें घर के अंदर अलग-अलग कमरों में पाई गईं. दोनों शवों पर आंशिक जलने के निशान थे लेकिन घर में कहीं आग लगने या धुआं उठने का कोई संकेत नहीं था. न खिड़की टूटी थी, न दरवाजे का ताला. बस, दो मासूमों की शांत पड़ी देह और कमरे में छायी एक अजीब सी बेचैनी.

मां शोभा देवी जैसे ही ड्यूटी से लौटकर घर पहुंची तो दरवाजा खुला पाया. यह रोज की बात नहीं थी. अंदर घुसी तो नज़ारा देख दहाड़ मार कर रोने लगी. बेटी अंजलि (15) और बेटा अंशु (10) – दोनों मृत अवस्था में पड़े थे. मोहल्ले में यह खबर आग की तरह फैली. कोई कह रहा था कि बच्चों की हत्या की गई, फिर केमिकल डालकर जलाने का नाटक रचा गया है. कोई कह रहा था आत्महत्या नहीं हो सकती, यह हत्या है.

ललन गुप्ता चुनाव आयोग में कॉल सेंटर में काम करते हैं. पत्नी शोभा देवी एम्स में निजी एजेंसी के माध्यम से गार्ड की नौकरी करती हैं. दोनों सुबह काम पर जाते थे. बेटी 10वीं की छात्रा थी और बेटा 4वीं में पढ़ता था. बच्चों के पास घर की एक चाभी रहती थी. गुरुवार को स्कूल से लौटकर दोनों बच्चे घर में घुसे. कुछ ही देर बाद मां भी आ गई. घर का दरवाजा खुला देख वह घबरा गई और अंदर जाकर जो दृश्य देखा, उससे पूरी तरह टूट गई.

लोगों का कहना है कि यह एक सोची-समझी साजिश है. शायद किसी ने बच्चों की हत्या कर ऊपर से कोई रसायन डाल दिया ताकि जलने का भ्रम पैदा हो. लेकिन घर में धुआं तक नहीं था. पुलिस मौके पर पहुंची. खोजी कुत्ता बुलाया गया जो घर से निकलकर सीधे पश्चिम दिशा में भागा. इससे शक और गहरा हो गया.

Advertisement

लोग उग्र हो गए और सड़क पर उतर आए. ‘यह हत्या है’ – यह आवाज गूंजने लगी. शवों को देखकर हर कोई सन्न था. जानीपुर-फुलवारी मार्ग को जाम कर दिया गया. विधायक गोपाल रविदास भी मौके पर पहुंचे और घटना को गंभीर बताया. उन्होंने जांच की निगरानी न्यायिक स्तर पर कराए जाने की मांग की.

नगवां गांव में मातम पसरा हुआ है. रिश्तेदार और परिचित आते ही चुपचाप फूट-फूट कर रो पड़ते हैं. शोभा देवी और ललन गुप्ता की दुनिया उजड़ गई है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. पोस्टमार्टम और एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. परिजन की मांग है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और सख्त सजा दी जाए.

सीपीआईएमएल के प्रखंड सचिव गुरुदेव दास ने बताया कि गांव के लोगों से बातचीत में बताया गया कि चोरी के दौरान भी या वारदात हो सकती है दोपहर में जब कोई नहीं था तब घर में चोर घुस गए होंगे उनकी बेटी और बेटा जब स्कूल से पहुंचा तो चोरों को देखकर लोगों ने पहचान लिया और शोर मचाने लगी होगी तब चोरों ने पहचान से बचने के लिए उन दोनों की हत्या कर दी और फिर शव को जला दिया हालांकि पुलिस की जांच में स्पष्ट हो पाएगा की सच्चाई क्या है लेकिन लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं.

पटना में भाई-बहन की संदिग्ध मौत पर बड़ा खुलासा. सिटी एसपी पश्चिमी ने कहा- “यह हत्या है, जांच जारी”.

नगवां गांव में गुरुवार को हुए दर्दनाक दोहरे मौत के मामले को लेकर पुलिस ने शुरुआती जांच में इसे हत्या करार दिया है. मौके पर पहुंचे सिटी एसपी पश्चिमी भानु प्रताप सिंह ने स्पष्ट कहा कि यह कोई सामान्य मौत नहीं बल्कि हत्या का मामला है. शवों की स्थिति देखने से लगता है कि पहले दोनों बच्चों की गला दबाकर हत्या की गई, फिर उनके शरीर पर किसी केमिकल का छिड़काव किया गया ताकि जलने का भ्रम पैदा हो. उन्होंने बताया कि घटनास्थल से साक्ष्य इकट्ठा कर लिए गए हैं. एफएसएल की टीम और खोजी कुत्ते को बुलाया गया था. दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पुलिस सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है.

गांव वालों का शक- चोरी के दौरान हुई हत्या. ड्रग्सी युवकों पर भी आशंका.

घटना के बाद नगवां गांव में सनसनी फैल गई थी. लोग शुरू से ही इस मौत को रहस्यमयी मान रहे थे. परिजनों और गांव वालों का कहना है कि अंजलि और अंशु की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. दोनों बच्चे स्कूल से लौटने के बाद मोहल्ले में ही रहते थे. ऐसे में इस तरह की घटना चौंकाने वाली है. ग्रामीणों ने बताया कि आसपास के इलाके में अक्सर ड्रग्स के आदी युवकों का जमावड़ा लगा रहता है. कई बार अराजक तत्वों की गतिविधियां भी देखी गई हैं. लोगों का शक है कि घटना चोरी के दौरान हुई हो सकती है. संभव है कि घर में घुसे चोरों को दोनों बच्चों ने देख लिया हो. बच्चों के शोर मचाने पर उन्हें गला दबाकर मार डाला गया और बाद में शव पर केमिकल डाल दिया गया. गांव वाले यह भी चर्चा कर रहे थे की लड़की के साथ चोरों ने गलत काम करने का प्रयास किया होगा. उसके बाद यह घटना को दबाने के लिए उसकी हत्या कर दी गई. गला दबाने से मौत हो गई उसके बाद उसके भाई कोई मार डाला गया उसके बाद लास्ट को जलाने का प्रयास किया गया.

पुलिस द्वारा बुलाए गए खोजी कुत्ते की गतिविधि ने भी लोगों की आशंका को बल दिया. कुत्ता घर से निकलते ही पश्चिम दिशा की ओर खेल मैदान की तरफ भागा. इस दिशा में स्थानीय असामाजिक तत्वों की आवाजाही भी अक्सर रहती है. पूरे मामले को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है. सभी की एक ही मांग है कि दोषियों की जल्द पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए. गांव में मातमी सन्नाटा है और पूरे माहौल में डर, ग़ुस्सा और बेचैनी फैली है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button