तिलकुट के शोधे खुशबू से महक उठा खगौल बाजार
खगौल। मकर संक्रांति के पर्व को लेकर बाजारों में चुरा दही एवं तिलकुट खरीदने एवं लिए भीड़ देखने को मिल रहा है। मकर संक्रांति के 10 दिनों पूर्व से ही लोग बाजार मे खरीदारी कर रहे हैं।मकर संक्रांति को लेकर यू तो पूरा शहर तिलकुट के शोधे खुशबू से महक उठा है। वैसे तो बिहार का गया जिला तिलकुट उद्योग के लिए जाना जाता है।
गया जिला के तिलकुट बनाने वाले कारीगरो को तिलकुट बनाने में महारत हासिल होते है। इसलिए गया जिले का तिलकुट पूरे भारतवर्ष में प्रसिद्ध है। इधर कुछ साल पूर्व से हैं तिलकुट बनाने के लिए अपने-अपने क्षेत्र में लोग गया के कारीगर को लाकर तिलकुट बनवा कर अपने दुकान में बेच रहे है। कुछ ग्राहकों की मांग को देखते हुए खगौल मै भी कुछ दुकानदार गया के प्रसिद्ध कारीगरों को लाकर तिलकुट बनवा रहे हैं। खगौल मे स्वादिष्ट तिलकुट बनने के कारण खगौल दानापुर एवं आसपास के क्षेत्र के लोग खगौल आकर तिलकुट खरीदने का आनंद उठा रहे हैं।
वही मकर संक्रांति के मौके पर गुड़ खोवा एवं चीनी से बने काजू किसमिस से भरे हुए तिलकुट की बिक्री भी जमकर हो रही है। खगौल बाजार की प्रसिद्ध दुकान साहब शाही तिलकुट भंडार एवं गोल्डन साहेब शाही तिलकुट मेवा भंडार में हर तरह के तिलकुट एवं तिलवा गया के मशहूर कारीगरों द्वारा बनवाया जा रहा है जिसकी खूब बिक्री हो रही है। इस दुकान के मालिक रिंकू ने बतलाया कि इस बार ग्राहकों के डिमांडक होने के कारण गुर एवं खोवा के तिलकुट का निर्माण करवाया जा रहा है। महगाई बढ़ने के बावजूद ग्राहकों को कम कीमत पर स्वादिष्ट तलकुट शाही तिलकुट भंडार उपलब्ध करवा रहा है।
खगौल के प्रमुख थोक एवं खुदरा तिलकुट कारोबारी मोहम्मद शाहनवाज उर्फ रिंकू एवं टुनटुन यादव, मोहम्मद गोल्डन, मोहम्मद गुड्डू, मोहम्मद पिंटू ने बताया कि बीते साल की तुलना में तिल की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। फिर भी उनकी दुकान में लोगों को बेहतरीन तिलकुट पिछले साल के ही मूल्य में मिल रहा है। लोग बड़ी संख्या में उनके यहां से किफायती रेट में बढ़िया तिलकुट की खरीदारी करने दूर दूर से लोग आ रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता चंदू प्रिन्स नगर परिषद अध्यक्ष सुजीत कुमार का कहना है कि खगौल के बालिगा स्कूल के पास साहेब शाही तिलकुट भंडार में हर तरह के तिलकुट एवं तिलवा की बिक्री काफी की उचित मूल्य के साथ अच्छे क्वालिटी की तिलकुट ,तिल एवं खोवा का तिलकुट काफी किफायती मूल्य पर दी जा रही है।