जानीपुर में दो मासूमों को जिंदा जलाने के खिलाफ फुलवारी में मार्च, फर्जी मुकदमे की वापसी की मांग
फुलवारी शरीफ अजीत। जानीपुर के नगवां गांव में दो मासूम बच्चों को जिंदा जलाने की जघन्य घटना के खिलाफ न्याय की मांग को लेकर भाकपा माले और दुकानदार व्यवसाय संघ के नेतृत्व में फर्जी मुकदमे की वापसी को लेकर विरोध मार्च निकाला गया। यह मार्च इसापुर पुल से शुरू होकर ग्वाल टोली, माली गली, चुनौती कुआं होते हुए भगत सिंह चौक पर सभा में परिवर्तित हो गया. मार्च का नेतृत्व भाकपा माले प्रखंड सचिव गुरुदेव दास ने किया।

इस विरोध मार्च में साधु शरण प्रसाद, देवी लाल पासवान, अनिल कुमार, चंद्रवंशी, मंटु साह, ललन पासवान, मोहम्मद शफीक भाई, राजद के पंचायत सचिव नौलेश यादव, रामकुमार, मोहम्मद तकरीम खां सहित दर्जनों नेता शामिल हुए।सभा को संबोधित करते हुए गुरुदेव दास ने कहा कि नगवां में दो मासूमों की हत्या के बाद अपराधियों की गिरफ्तारी, न्यायिक जांच, और घटना को दबाने की कोशिश करने वाले जानीपुर थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग की गई थी।
उन्होंने कहा कि फुलवारी विधायक कॉमरेड गोपाल रविदास और व्यवसाय संघ के नेता शांतिपूर्वक धरना पर बैठे थे. जनता के दबाव और राजनीतिक इच्छाशक्ति के कारण एसपी को घटनास्थल पर आना पड़ा. इससे बौखलाकर प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों और आंदोलनकारियों पर फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया।

यह पूरी कार्रवाई लोकतांत्रिक अधिकारों और संविधान पर हमला है. डबल इंजन की सरकार न्याय की आवाज़ उठाने वालों का मुंह बंद करना चाहती है।सभा में वक्ताओं ने पटना एसपी से जानीपुर थाना प्रभारी को बर्खास्त करने और भाकपा माले विधायक समेत सभी नेताओं पर से फर्जी मुकदमा तुरंत वापस लेने की मांग दोहराई।