चिलबिल्ली के महादलित टोलों में अरुण मांझी का जनसंपर्क अभियान
नीतीश का काम-नीतीश का नाम” के संकल्प के साथ सशक्तिकरण का संदेश
फुलवारी शरीफ से अजीत यादव कि रिपोर्ट
फुलवारी शरीफ। बिहार के महादलित समुदाय के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक और मजबूत कदम उठाते हुए जनता दल यूनाइटेड (जदयू) एससी-एसटी प्रकोष्ठ के राज्य संयोजक एवं पूर्व विधायक अरुण मांझी ने फुलवारी विधानसभा क्षेत्र के चिलबिल्ली पंचायत के बेतौरा गांव के सभी महादलित टोलों में व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाया. “25 से 30 – फिर से नीतीश” के नारे और “नीतीश का काम, नीतीश का नाम” अभियान के तहत यह दौरा किया गया।

इस दौरान अरुण मांझी ने महादलित परिवारों से सीधे संवाद करते हुए उनके जीवन, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी समस्याओं को गंभीरता से सुना. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा चलाई गई योजनाएं—जैसे हर घर नल-जल, मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना, महादलित विकास मिशन, साइकिल योजना और आवास योजना—समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने में सहायक साबित हो रही है।

अरुण मांझी ने कहा कि “जिन बस्तियों को पहले कोई नहीं पूछता था, वहाँ नीतीश कुमार की सरकार ने रोशनी, पानी, सम्मान और अवसर पहुँचाया है. अब हमारी जिम्मेदारी है कि यह विकास यात्रा कभी न थमे और हम सब मिलकर इसे ‘विकास से विश्वास’ में बदलें.” उन्होंने इसे एक राजनीतिक दौरा न मानकर समाज के उपेक्षित वर्गों के प्रति अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता और सामाजिक जिम्मेदारी बताया। इस जनसंपर्क अभियान में भाजपा और जदयू के सचिदा सिंह (भाजपा नेता), रंजीत पासवान, मोनू कुमार, चंदन कुमार सिंह, बाबुचंद मांझी, गणेश मांझी, सुमित कुशवाहा सहित दर्जनों स्थानीय नेता, कार्यकर्ता व युवा साथी शामिल रहे.