चर्च में जले आस्था के दीप, हर धर्म के लोगों ने कैंडिल जलाकर मनाया क्रिसमस
फुलवारी शरीफ में सौहार्द का संदेश, पर्दानशीं मुस्लिम युवतियों ने कहा हैप्पी क्रिसमस.
प्रभु यीशु अमन, प्रेम और भाईचारे के प्रतीक थे – फादर राकेश.
फुलवारी शरीफ.
प्रभु यीशु मसीह के आगमन पर फुलवारी शरीफ के टमटम पड़ाव स्थित कैथोलिक चर्च में आस्था, श्रद्धा और सामाजिक सौहार्द का अद्भुत दृश्य देखने को मिला. क्रिसमस पर्व के अवसर पर चर्च को आकर्षक और भव्य तरीके से सजाया गया था. बीती रात से ही ईसाई समुदाय के लोग चर्च में एकत्र होकर मोमबत्तियां जलाते, कैरल गीत गाते और प्रभु यीशु के जन्मोत्सव को पूरे उत्साह के साथ मनाते नजर आए.
क्रिसमस के इस पावन अवसर पर चर्च में केवल ईसाई समुदाय ही नहीं, बल्कि सैकड़ों की संख्या में हिंदू और मुस्लिम समुदाय के युवक, युवतियां, बच्चे और महिलाएं भी पहुंचे. पर्दानशीं मुस्लिम युवतियों ने ईसाई समुदाय के लोगों से मिलकर उन्हें हैप्पी क्रिसमस कहा और कैंडिल जलाकर अमन, शांति और खुशहाली की कामना की. सभी धर्मों के लोगों ने एकजुट होकर भाईचारे और आपसी सौहार्द का संदेश दिया. चर्च परिसर में देर रात तक उत्साह और उल्लास का माहौल बना रहा.
इसी तरह इसोपुर मिशन रोड स्थित मिशन परिसर में भी प्रभु यीशु के जन्मोत्सव को लेकर विशेष आयोजन किया गया. जैसे ही रात 12 बजे प्रभु यीशु के जन्म का संदेश दिया गया, पूरा परिसर “हैप्पी क्रिसमस” के उद्घोष से गूंज उठा. लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर क्रिसमस की बधाई दी और कैंडिल जलाकर प्रार्थना की.
टमटम पड़ाव चर्च के फादर राकेश ने कहा कि प्रभु यीशु मसीह अमन, शांति, प्रेम और भाईचारे के प्रतीक थे. उन्होंने बताया कि यीशु मसीह ने सम्पूर्ण मानवता को प्रेम, सेवा और सद्भाव का मार्ग दिखाया. इसी भावना के साथ सभी धर्मों के लोगों ने प्रभु यीशु से विश्व शांति और मानव कल्याण की प्रार्थना की.
इस अवसर पर सांता क्लॉज ने बच्चों के बीच चॉकलेट और उपहार बांटे, जिससे बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे. छोटे बच्चे तंजील, फरहीन और आरिस ने बताया कि उन्हें इस दिन का पूरे साल बेसब्री से इंतजार रहता है. फुलवारी शरीफ स्थित चर्च में सुबह से लेकर देर शाम तक ईसाई धर्मावलंबियों समेत विभिन्न धर्मों के लोगों का आना-जाना लगा रहा. सभी ने कैंडिल जलाकर प्रभु यीशु मसीह से अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने की प्रार्थना की और आशीर्वाद ग्रहण किया.



