कलाकारों को दिया गया नाट्य विद्या का प्रशिक्षण
खगौल। खगौल में चल रही 20 दिवसीय निःशुल्क नाट्य कार्यशाला का समापन शुकवार को हुआ। यह नाट्य कार्यशाला स्थानीय नाट्य संस्था सूत्रधार खगौल द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें शहर और आरा के कलाकारों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यशाला का समापन के अवसर पर कलाकारों द्वारा लघुनाटक अमृत काल एवं लोकगीत की मनमोहक एवं कला का अद्भुत प्रदर्शन किया गया।

कार्यशाला निदेशक एवं बिहार कला पुरस्कार से पुरस्कृत वरिष्ठ अभिनेता नवाब आलम ने इस 20 दिवसीय कार्यशाला में फिल्मों में अभिनय और रंगमंच अभिनय के अंतर को समझाया। श्री आलम ने कहा कि थिएटर एक सम्पूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण करता है।

इस 20 दिवसीय एक्टिंग वर्कशॉप में कलाकारों को शारीरिक गतिविधि, अभिनय, वाचिक और आंगिक अभिनय का प्रशिक्षण दिया गया। थियेटर गेम, स्टोरी टेकिंग और इंप्रोवाइजेशन के माध्यम से बच्चों की कल्पनाशक्ति को विकसित किया गया। बच्चों को सशक्त बनाने पर जोर दिया गया ताकि वे समाज में अपनी पहचान बना सकें और जिम्मेदारी के साथ समाज के प्रति जागरूक रहें।

संस्था सूत्रधार द्वारा आयोजित 20 दिवसीय अभिनय नाट्य कार्यशाला रंगमंच को बढ़ावा देने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कार्यशाला समन्वयक अंबुज कुमार ने इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रशिक्षु कलाकारों रंगमंच के सभी आयामों का ज्ञान देना है जिससे आगे उन्हें एक बेहतर कलाकार बनने साथ-साथ एक बेहतर इंसान बनने में मदद मिले। यह थिएटर वर्कशॉप नए ऊजार्वान रंगकर्मियों की कमी को पूरा करेगा, जिससे कला-संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।

कार्यशाला के अंतिम दिन सभी प्रशिक्षु बहुत ही उत्साहित दिखे। कार्यशाला में ग्रुप लीडर के रूप में अनिल कुमार, जीशान आलम, आसिफ हसन, हारमोनियम वादक भोला सिंह, नालवादक राजीव रंजन त्रिपाठी सक्रिय थे।